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'गंजा' कहकर नौकरी से निकाला, भड़के कर्मचारी ने ठोक दिया केस, कोर्ट ने निकाली बॉस की हेकड़ी!

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नौकरी पर रखने से पहले कर्मचारी के सारे सर्टिफिकेट परखे जाते हैं, उसका एक्सपीरियंस देखा जाता है और बाकी के रिकॉर्ड भी चेक किए जाते हैं. ऐसे में नौकरी से निकालते हुए भी बॉस या कंपनी के पास एक वाज़िब वजह होनी चाहिए, जिसे जस्टिफाई किया जा सके. हम इसलिए ऐसा कह रहे हैं क्योंकि एक कर्मचारी को कंपनी की ओर से सिर्फ इसलिए बाहर का रास्ता (Employee Fired From Job Because of Baldness) दिखा दिया गया क्योंकि वो गंजा था.

बॉस ने एक कर्मचारी को सिर्फ इसलिए नौकरी से निकाल दिया क्योंकि उसके सिर पर कम बाल थे. भड़के कर्मचारी ने इस हरकत के खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया और उसे लाखों का मुआवज़ा हासिल हुआ. ये मामला यूनाइटेड किंगडम का बताया जा रहा है, जहां 61 साल के एक शख्स के साथ ये घटना हुई है. जिस शख्स ने उसे निकाला, वो खुद भी लगभग गंजा ही था लेकिन उसका तर्क था कि उसे अपने जैसे और भी लोग नहीं चाहिए.

गंजा होने की वजह से गई नौकरी
लीड्स में मौजूद टैंगो नेटवर्क में काम करने वाले मार्क जोन्स को उनके बॉस फिलिप हेस्केथ ने नौकरी से निकाल दिया था. फिलिप का कहना था कि वो 50 साल के गंजे सिर वाले पुरुषों की टीम नहीं चाहता था. वो अपने यहां काम करने के लिए एनर्जेटिक और युवा लोगों को चाहता है. मार्क इस कंपनी में सेल्स डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे थे और उनकी सालाना सैलरी 60 हज़ार पाउंड यानि लगभग 60 लाख रुपये थी. द इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक मार्क जोन्स के सिर पर इतने भी कम बाल नहीं थे, फिर भी उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया.

कोर्ट से मिला 70 लाख का मुआवज़ा
मार्क का कहना है कि उन्हें कंपनी ने जान-बूझकर इसलिए निकाला क्योंकि अगर 2 साल तक वो वहां रह जाते तो उन्हें कर्मचारी वाले पूरे अधिकार मिल जाते. उन्हें गंजा कहकर परफॉर्मेंस इम्प्रूवमेंट प्लान में डाला गया, ताकि उनसे छुटकारा मिल सके. मार्क इस मामले को लेकर कोर्ट में गए और उन्हें जज ने 70.6 लाख रुपये का मुआवज़ा दिलवाया क्योंकि सिर्फ गंजा होने की वजह से किसी को नौकरी से नहीं निकाला जा सकता है.

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