महिला ने कभी नहीं पी थी शराब मगर फिर भी डॉक्टर समझते रहे शराबी, बाद में जब की जांच तो उड़ गए होश

एक महिला को डॉक्टर दो साल तक शराबी समझते रहे, जबकि वह एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित थी. ऐसी बीमारी, जो भोजन से कार्बोहाइड्रेट को अल्कोहल में बदल देती थी. यह स्थिति तब है, जब महिला ने शराब को कभी हाथ तक नहीं लगाया. लेकिन उसके लक्षणों में नशे जैसा व्यवहार, जुबान का लड़खड़ाना और मुंह से शराब की तेज गंध आना शामिल थी. वह जितना अधिक कार्बोहाइड्रेट लेती थी, बीमारी के लक्षण और बढ़ जाते थे.
कनाडा की 50 वर्षीय यह महिला ऑटो ब्रुअरी सिंड्रोम नामक दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है. यह बीमारी ग्रैस्ट्रोइंटेस्टाइनल टैक्ट में खमीर की अत्यधिक वृद्धि से होती है. पिछले दो साल में उसे 7 बार इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टर घरवालों से हमेशा यह कहते रहे कि वह नशे में है. हालांकि, महिला का दावा है कि उसने शराब को कभी हाथ तक नहीं लगाया है.
टोरंटो यूनिवर्सिटी के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. राहेल जेवुडे ने इस महिला का इलाज किया और मेडिकल जर्नल एसोसिएशन में उनकी केस स्टडी पर एक आर्टिकल लिखा. उन्होंने बताया कि महिला को ऑटो-ब्रुअरी सिंड्रोम नाम की एक दुर्लभ बीमारी है. इसके चलते ग्रैस्ट्रोइंटेस्टाइनल टैक्ट में जब खमीर की मात्रा अत्यधिक हो जाती है, तो वह खाने से कार्बोहाइड्रेट को फर्मेंट करके उसे अल्कोहल में बदल देती है.
इस बीमारी के चलते महिला अत्यधिक नींद की समस्या से जूझ रही थी. उसके मुताबिक, खाना बनाते-बनाते ही उसे नींद लग जाती थी. यही नहीं, किसी से बात करते समय बिल्कुल शराबियों की तरह जुबान लड़खड़ाती थी और मुंह से शराब की गंध भी आती थी.
डॉ. जेवुडे ने कहा, अगर महिला ने कार्बोहाइड्रेट का अत्यधिक मात्रा में सेवन नहीं किया होता, तो उनके लक्षण इतने बुरे नहीं होती. उनके मुताबिक, कार्बोहाइड्रेट से भरपूर भोजन या केक अक्सर खाती होगी. इससे बीमारी का लेवल काफी तेजी से बढ़ा. 40 की उम्र में महिला यूटीआई से पीड़ित थी. इसके लिए वह सीने में जलन की दवा भी लेती थी.