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कीचड़ से भरे खेत में मनाया जाता है जश्न, सालों से चली आ रही है अनोखी परंपरा

कीचड़ से भरे खेत में मनाया जाता है जश्न, सालों से चली आ रही है अनोखी परंपरा

हमारे देश के हर राज्य में अलग-अलग रीति-रिवाज और परंपराएं हैं। जहां लोग मौसम के अनुसार तीज मनाते हैं। ऐसा ही एक उत्सव कर्नाटक के लोग तब मनाते हैं जब यहां मानसून आता है। इस दौरान लोग जमकर जश्न मनाते हैं और बारिश से हुए कीचड़ में जमकर नाचते हैं। यहां के लोग इस उत्सव को केसर्ड ओन्जी दिवस के नाम से जानते हैं। इसका मतलब है एक दिन कीचड़ भरे पानी में।

हाल ही में यह त्यौहार मैंगलोर के लोगों द्वारा मनाया गया। जहां लोग धान के खेतों में कीचड़ भरे पानी के बीच नाचते नजर आए। इस अवसर पर बच्चों, महिलाओं और पुरुषों सभी ने जश्न मनाया। ज्ञान शक्ति सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया।

इस आयोजन के दौरान सभी लोग एक साथ स्थानीय गीत गाते हैं और लोक नृत्य करते हैं। इसके अलावा इसी गंदे पानी में कई तरह के खेल भी खेले जाते हैं। आपको बता दें कि इस साल यह त्यौहार कर्नाटक में मानसून के आगमन से पहले मनाया गया।

आपको बता दें कि लोग इस त्यौहार को एक खेल आयोजन की तरह मनाते हैं। जो धान के खेतों में मनाया जाता है। ये खेल तभी होते हैं जब मैदानों में पानी भर जाता है। ये आयोजन यहां सैकड़ों वर्षों से होते आ रहे हैं। इस दौरान लोग विभिन्न तरीकों से जश्न मनाते हैं।

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