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अगर मोबाइल पर गेम खेलते हैं तो हो जाएं सावधान

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मोबाइल फोन पर गेम खेलना आज के युवा वर्ग में बेहद लोकप्रिय हो चुका है। ये गेम न केवल मनोरंजन का साधन हैं, बल्कि कई बार लोगों के लिए तनाव दूर करने का भी जरिया बन जाते हैं। हालांकि, मोबाइल गेमिंग के बढ़ते चलन के साथ ही इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ रही हैं, खासकर आंखों की समस्या। हाल ही में चीन से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने मोबाइल गेमिंग की हानिकारक प्रभावों को लेकर एक बार फिर सबका ध्यान खींचा है।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन की एक 21 वर्षीय युवती ने मोबाइल पर लगातार ऑनलाइन गेम खेलते-खेलते अपनी एक आंख की रोशनी खो दी। यह मामला न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि इसे चेतावनी के तौर पर भी देखा जा रहा है कि मोबाइल गेमिंग के दौरान सावधानी न बरती गई तो गंभीर परिणाम हो सकते हैं।

युवती ने एक प्रसिद्ध मल्टीप्लेयर ऑनलाइन गेम 'ऑनर ऑफ किंग्स' को 24 घंटे तक लगातार खेला। लगातार घंटों तक बिना ब्रेक लिए गेम खेलने के कारण उसकी दाईं आंख की रोशनी अचानक चली गई। जब उसे अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने बताया कि उसे 'रैशनल आर्टरी ऑक्लूजन' नामक एक गंभीर बीमारी हो गई है। यह बीमारी सामान्यतः बुजुर्गों में देखी जाती है और यह आंखों की रक्त वाहिकाओं में रुकावट की वजह से होती है, जिससे आंखों तक रक्त प्रवाह बाधित हो जाता है और दृष्टि कमजोर हो जाती है।

डॉक्टरों के मुताबिक, इस युवती के मामले में लंबे समय तक मोबाइल स्क्रीन की तीव्र रोशनी और गेम खेलने के दौरान लगातार एक ही दिशा में नजर टिकाए रखने से आंखों के रक्त प्रवाह में बाधा आई और परिणामस्वरूप उसकी आंख की रोशनी चली गई। इसके अलावा, युवती ने बताया कि वह बिना खाने-पीने के भी 8-8 घंटे तक गेम खेलती रही, जिससे उसकी सेहत पर भी बुरा असर पड़ा।

यह घटना एक गंभीर संकेत है कि मोबाइल गेमिंग करते समय स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आप गेमिंग कर रहे हैं तो हर 30-40 मिनट में कम से कम 5-10 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए, ताकि आंखों को आराम मिल सके। लगातार मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन देखने से आंखों में तनाव, खुजली, जलन, धुंधलापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो भविष्य में दृष्टि हानि का कारण बन सकती हैं।

आंखों को होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कुछ आसान उपाय भी किए जा सकते हैं, जैसे:

  1. 20-20-20 नियम अपनाएं: हर 20 मिनट में स्क्रीन से नजर हटाकर 20 फीट दूर किसी वस्तु को कम से कम 20 सेकंड तक देखें। इससे आंखों को आराम मिलेगा।

  2. स्क्रीन की ब्राइटनेस कम करें: बहुत तेज रोशनी वाली स्क्रीन आंखों पर अधिक दबाव डालती है, इसलिए स्क्रीन की चमक को अपने आसपास के वातावरण के अनुसार सेट करें।

  3. पर्याप्त पानी पिएं: आंखों को नम रखने के लिए हाइड्रेटेड रहना जरूरी है। पर्याप्त पानी पीने से आंखों की सूखापन की समस्या कम होती है।

  4. ठंडी पट्टी का उपयोग करें: गेमिंग के बाद आंखों पर ठंडी पट्टी रखने से आंखों को ठंडक मिलती है और थकान कम होती है।

  5. सही पोजीशन में गेम खेलें: मोबाइल या लैपटॉप की स्क्रीन आंखों के समांतर और उचित दूरी पर होनी चाहिए ताकि आंखों पर अनावश्यक दबाव न पड़े।

मोबाइल गेमिंग मनोरंजन का अच्छा जरिया हो सकता है, लेकिन इसके साथ जिम्मेदारी भी जरूरी है। खासकर युवा वर्ग को चाहिए कि वे अपने गेमिंग समय को नियंत्रित करें और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। बिना ब्रेक के लंबे समय तक मोबाइल पर गेम खेलना न केवल आंखों को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि शरीर के अन्य अंगों जैसे गर्दन, पीठ और हाथों में भी दर्द की समस्या पैदा कर सकता है।

इस घटना ने हमें यह भी सिखाया है कि टेक्नोलॉजी के उपयोग के साथ साथ हमें उसकी सीमाओं का भी ध्यान रखना चाहिए। गेमिंग के शौकीन युवाओं को चाहिए कि वे समय-समय पर आंखों की जांच करवाते रहें और अगर आंखों में कोई असामान्यता महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

निष्कर्ष:
मोबाइल गेमिंग का आनंद लेना किसी भी उम्र के लिए अच्छा है, लेकिन इसे संतुलित और जिम्मेदारी के साथ करना बेहद जरूरी है। लगातार और बिना ब्रेक के मोबाइल स्क्रीन देखते रहने से आंखों को गंभीर नुकसान हो सकता है, जैसा कि चीन की इस युवती के मामले से पता चलता है। इसलिए हर गेमर को चाहिए कि वे अपनी आंखों का ख्याल रखें, नियमित ब्रेक लें और अपनी दिनचर्या में आंखों की सुरक्षा के लिए जरूरी सावधानियां अपनाएं। यही एक स्वस्थ और लंबा गेमिंग अनुभव सुनिश्चित करेगा।

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