अजब-गजब मंदिर: जहां भगवान गणेश समुद्र किनारे करते हैं सभी विघ्नों का नाश – श्री सिथी विनयगर मंदिर की अद्भुत कहानी

दक्षिण भारत में भगवान गणेश के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, लेकिन श्रीलंका के कोलंबो में स्थित श्री सिथी विनयगर मंदिर (Sri Sithy Vinayagar Temple) अपनी विचित्रता, आस्था और स्थापत्य के कारण बेहद खास और अजब-गजब रूप से प्रसिद्ध है। इस मंदिर की विशेषता न केवल इसके स्थान में है, बल्कि इसमें मौजूद हिन्दू और बौद्ध संस्कृति का अद्भुत संगम भी इसे एक अनोखा धार्मिक केंद्र बनाता है।
समुद्र के किनारे बसा गणेशजी का यह दिव्य धाम
श्री सिथी विनयगर मंदिर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के बिजी बिजनेस क्षेत्र फोर्ट (Fort) में स्थित है, जो शहर के भीड़-भाड़ और आधुनिक इमारतों के बीच एक आध्यात्मिक और शांत केंद्र के रूप में खड़ा है। इस मंदिर की अजब बात यह है कि यह समुद्र से बेहद करीब स्थित है, लेकिन कई समुद्री तूफानों और बाढ़ के बावजूद आज तक यह मंदिर सुरक्षित और अडिग खड़ा है। स्थानीय लोग इसे गणेश जी की कृपा और चमत्कार मानते हैं।
अजब मूर्ति, गजब स्थापत्य
श्री सिथी विनयगर मंदिर की मूर्ति और स्थापत्य भी बेहद खास है। मंदिर में भगवान गणेश की जो प्रतिमा स्थापित है, वह पारंपरिक शैली से थोड़ी अलग है। इस प्रतिमा में गणेश जी को ध्यान मुद्रा में बैठा दिखाया गया है और यह काले पत्थर से बनी हुई है, जो दक्षिण भारतीय मंदिरों की मूर्तियों से प्रेरित है। मंदिर की दीवारों पर हिन्दू देवी-देवताओं के साथ-साथ बुद्ध की प्रतिमाएं भी अंकित हैं, जो इसे एक सांस्कृतिक संगम स्थल बनाती हैं।
श्रीलंका में बना भारतीय संस्कृति का अजब प्रतीक
इस मंदिर का इतिहास लगभग 200 वर्षों पुराना है और इसे वहां के तमिल समुदाय द्वारा बनवाया गया था। श्रीलंका में बसे भारतीय तमिलों के लिए यह मंदिर न केवल पूजा का स्थल है, बल्कि अपनी जड़ों और संस्कृति से जुड़े रहने का एक माध्यम भी है। यह एक ऐसा अजब स्थल है जहां हर जाति, धर्म और संस्कृति के लोग पूजा करने आते हैं। यहां तक कि बौद्ध श्रद्धालु भी भगवान गणेश को "विघ्न विनाशक" मानकर आशीर्वाद लेने आते हैं।
बुधवार को होती है विशेष पूजा
हर बुधवार को इस मंदिर में विशेष पूजा और अभिषेक होता है। गणेश जी को दूर्वा, लड्डू, केले और नारियल चढ़ाए जाते हैं। स्थानीय मान्यता है कि यहां गणेश जी से सच्चे मन से मांगी गई मुराद जल्दी पूरी होती है – खासकर नौकरी, व्यापार और शिक्षा से जुड़े मामलों में।
निष्कर्ष
श्री सिथी विनयगर मंदिर एक ऐसा स्थान है जो आध्यात्मिकता, संस्कृति और विविधता को अद्भुत तरीके से जोड़ता है। यह मंदिर इस बात का जीवंत प्रमाण है कि आस्था की कोई सीमा नहीं होती – न भूगोल की और न ही धर्म की। अगर आप कभी श्रीलंका जाएं, तो इस अजब-गजब मंदिर के दर्शन जरूर करें – यहां गणेश जी की कृपा के साथ एक अनोखा अनुभव आपका इंतजार कर रहा है।