अजब-गजब : बिजली जाने पर मां काली की प्रतिमा को आता है पसीना, दिन रात चलता है एसी

भारत में कई मंदिर अपनी रहस्यमयी घटनाओं और अद्भुत मान्यताओं के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के जबलपुर में स्थित मां काली का मंदिर इन सबसे अलग है। इस मंदिर की सबसे अनोखी बात यह है कि यहां स्थापित मां काली की प्रतिमा को पसीना आता है। यह कोई अफवाह नहीं, बल्कि एक ऐसा रहस्य है जिसे आज तक विज्ञान भी नहीं सुलझा पाया है। मंदिर के पुजारी और श्रद्धालु इस चमत्कार को प्रत्यक्ष रूप से देख चुके हैं, जिसके चलते यहां 24 घंटे एसी चलाया जाता है।
रहस्य से भरा यह मंदिर
मध्यप्रदेश के संस्कारधानी जबलपुर शहर में स्थित यह काली मंदिर गोंडवाना साम्राज्य के समय से मौजूद है। लगभग 600 साल पुराने इस मंदिर में देवी काली की भव्य प्रतिमा विराजमान है, जिसे अत्यंत चमत्कारी माना जाता है। कहा जाता है कि जब भी मंदिर का तापमान बढ़ता है या बिजली चली जाती है, तो माता की मूर्ति से पसीना निकलने लगता है। माता को इतना अधिक पसीना आता है कि पुजारियों को उनके वस्त्र बार-बार बदलने पड़ते हैं।
24 घंटे एसी चलाने की व्यवस्था
माता की मूर्ति को पसीना न आए, इसके लिए मंदिर में दिन-रात एसी चलाया जाता है। शुरू में श्रद्धालुओं और पुजारियों ने यहां कूलर लगवाने की कोशिश की, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। जब देखा गया कि कूलर लगाने के बावजूद माता की मूर्ति को पसीना आ रहा है, तब मंदिर प्रशासन ने यहां स्थायी रूप से एयर कंडीशनर (AC) लगवा दिए। तब से लेकर आज तक, मंदिर में एसी दिन-रात चलता रहता है, ताकि माता को गर्मी महसूस न हो।
विज्ञान भी नहीं खोज पाया कारण
मां काली की इस प्रतिमा को पसीना आने का रहस्य वैज्ञानिकों के लिए एक अनसुलझी पहेली बना हुआ है। कई शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों ने इस घटना के पीछे का कारण जानने की कोशिश की, लेकिन अब तक कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिल पाया है। कई बार परीक्षण किए गए, लेकिन किसी भी तकनीकी या प्राकृतिक कारण का पता नहीं चला।
श्रद्धालुओं की अटूट आस्था
यह रहस्य चाहे जो भी हो, श्रद्धालुओं की आस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। भक्त इसे देवी मां का चमत्कार मानते हैं और यहां दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं। नवरात्रि और अन्य धार्मिक अवसरों पर यहां भारी भीड़ उमड़ती है। भक्तों का मानना है कि माता के दर्शन करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
निष्कर्ष
जब वैज्ञानिक भी इस रहस्य का हल नहीं खोज पाए हैं, तो इसे देवी मां की शक्ति का प्रमाण माना जाता है। जबलपुर का यह काली मंदिर भारत के रहस्यमयी मंदिरों की सूची में शुमार हो चुका है। चाहे इसे चमत्कार मानें या प्रकृति का कोई अनूठा खेल, लेकिन यह मंदिर श्रद्धालुओं की अटूट आस्था और विश्वास का प्रतीक बना हुआ है।