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आखिर क्यों हनुमान जी को मंगलवार के दिन ही चढ़ाया जाता है चोला ? वीडियो में देखें पीछे की पौराणि कथा

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हनुमान जी को मंगलवार के दिन चोला चढ़ाने की परंपरा हमारे धार्मिक रीति-रिवाजों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह परंपरा न केवल भक्तों के दिलों में श्रद्धा का संचार करती है, बल्कि हनुमान जी से जुड़ी एक पौराणिक कथा भी है, जो इस परंपरा के पीछे छुपी हुई है। आइए इस वीडियो में जानते हैं कि हनुमान जी को मंगलवार के दिन चोला क्यों चढ़ाया जाता है और इसके पीछे की पौराणिक कथा को।

1. मंगलवार का महत्व:

मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है, और यह दिन खास रूप से उनकी पूजा के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। हनुमान जी को पूजा करने के लिए इस दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि यह दिन उनके शक्तियों और ऊर्जा का प्रतीक है। मंगल ग्रह को भी शक्ति, उत्साह और साहस का प्रतीक माना जाता है, और हनुमान जी भी इन्हीं गुणों के मालिक हैं। इस दिन पूजा और चोला चढ़ाने से भक्तों को उनके आशीर्वाद प्राप्त होते हैं।

2. हनुमान जी को चोला चढ़ाने की पौराणिक कथा:

कहा जाता है कि जब रघुकुल नायक श्रीराम को रावण से युद्ध में भारी संकट का सामना करना पड़ रहा था, तब हनुमान जी ने उन्हें विजय दिलाने के लिए अपने अद्भुत बल और शक्ति का प्रदर्शन किया। इस दौरान जब हनुमान जी ने रावण के खिलाफ युद्ध लड़ा, तो वह अत्यधिक थक गए थे। तब श्रीराम ने हनुमान जी से कहा कि वह अपने शरीर को संजीवनी बूटी से पुनः शक्ति से भर सकते हैं।

हनुमान जी ने जब संजीवनी बूटी का सेवन किया, तो उनका शरीर फिर से ताकतवर हो गया और वह राक्षसों के सामने विजयी हो गए। इस पूरी घटना के बाद, श्रीराम ने हनुमान जी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वह हमेशा अपने भक्तों की रक्षा करेंगे और उन्हें संकटों से मुक्ति दिलाएंगे। इसके बाद, भक्तों ने उन्हें शरणागत वत्सल के रूप में पूजा करना शुरू किया।

3. चोला चढ़ाने की परंपरा:

मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाने की परंपरा को इस पौराणिक कथा से जोड़ा जाता है। भक्तों का मानना है कि जब हनुमान जी ने अपनी शक्तियों का सही तरीके से उपयोग किया और भगवान श्रीराम का आदर्श प्रस्तुत किया, तब उनके बल और साहस को सम्मानित करने के लिए यह परंपरा विकसित हुई। भक्त इस दिन विशेष रूप से हनुमान जी को चोला चढ़ाकर उनकी कृपा प्राप्त करते हैं।

4. चोला चढ़ाने का उद्देश्य:

हनुमान जी को चोला चढ़ाने का उद्देश्य उनके प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रदर्शन करना है। यह चोला हनुमान जी के प्रति समर्पण और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति का प्रतीक है। इस दिन, भक्त हनुमान जी से अपने जीवन की समस्याओं से छुटकारा पाने की प्रार्थना करते हैं।

निष्कर्ष:

हनुमान जी को मंगलवार के दिन चोला चढ़ाने की परंपरा उनकी शक्ति, साहस, और भक्ति के प्रतीक के रूप में विकसित हुई है। यह पौराणिक कथा और परंपरा भक्तों को मानसिक शांति, शक्ति, और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। इस वीडियो में आपने जाना कि क्यों मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाया जाता है और इसके पीछे की पौराणिक कथा को।

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