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दुनिया की ऐसी अजीबोगरीब जगह, जहां काम नहीं करते है कोई भी इलेक्ट्रोनिक आइटम

टेक्नोलॉजी के इस युग में इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। क्योंकि सुबह से लेकर रात तक हमें हर जगह इलेक्ट्रॉनिक सामान की जरूरत पड़ती.......
दुनिया की ऐसी अनोखी जगह, जहां काम करना बंद कर देते हैं सभी इलेक्ट्रोनिक आइटम, आज तक कोई नहीं सुलझा पाया ये रहस्य

अजब गजब न्यूज डेस्क !!! टेक्नोलॉजी के इस युग में इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। क्योंकि सुबह से लेकर रात तक हमें हर जगह इलेक्ट्रॉनिक सामान की जरूरत पड़ती है। अगर कोई आपसे कहे कि दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां इलेक्ट्रॉनिक सामान काम करना बंद कर देता है तो आप क्या कहेंगे? ये बात जानकर यकीनन आप हैरान रह जाएंगे. आज हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जहां कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान काम नहीं आता।

इसलिए इस स्थान को जोन ऑफ साइलेंस के नाम से जाना जाता है। यह जगह मेक्सिको सिटी में स्थित है. यहां की सबसे अजीब बात यह है कि दुनिया के सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण यहां आते ही अपने आप काम करना बंद कर देते हैं। कहा जाता है कि यहां कुछ ऐसी शक्ति है कि यहां कोई भी रेडियो फ्रीक्वेंसी काम नहीं करती।

इस जगह को मेक्सिको में चिहुआहुआ रेगिस्तान के नाम से जाना जाता है। दुनिया के तमाम वैज्ञानिक इस बात की खोज कर चुके हैं कि आखिर इस जगह पर ऐसा क्या है कि यहां कोई भी इलेक्ट्रॉनिक सामान काम नहीं करता। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. वैसे तो इस जगह के बारे में कई तरह की बातें कही जाती हैं। आपको बता दें कि इसका खुलासा तब हुआ जब यहां एक उल्कापिंड गिरा। यहां पहली बार 1938 में उल्कापिंड गिरा था.

इसके बाद दूसरा उल्कापिंड 1954 में उसी स्थान पर गिरा। इसके बाद से ही लोग इस जगह के बारे में कुछ अजीब दावे करने लगे हैं। आपको बता दें कि इस रहस्यमयी जगह पर इलेक्ट्रॉनिक उपकरण काम करना क्यों बंद कर देते हैं, इस पर शोध तब हुआ जब यहां से गुजर रहा अमेरिका का एक परीक्षण रॉकेट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद जब वैज्ञानिक इस जगह पर पहुंचे तो यह देखकर हैरान रह गए कि दिशा कम्पास और जीपीएस एक पहिये की तरह घूम रहे थे।

इस जगह का नाम 'ज़ोन ऑफ साइलेंस' रखा गया. इस जगह को यह नाम 1966 में दिया गया था जब एक तेल कंपनी तेल की तलाश में यहां आई थी। जब कंपनी के लोगों ने 50 किमी तक फैले इस क्षेत्र पर शोध करना शुरू किया तो वे बहुत परेशान हो गए क्योंकि उनके सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण अपने आप बंद हो गए।'
 

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