चित्रकूट के विंध्याचल पर्वत पर हनुमान जी को स्पर्श कर निकलती है जल धारा, वीडियो में देखें और जानें बाबा का चमत्कार

हनुमान धारा उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो भगवान हनुमान जी को समर्पित है। यह स्थान पहाड़ी की ऊँचाई पर स्थित है, जहाँ एक प्राकृतिक जलधारा भगवान हनुमान की मूर्ति पर निरंतर प्रवाहित होती है। इस धारा का जल हनुमान जी को स्पर्श करता हुआ बहता है, जिससे इसे 'हनुमान धारा' कहा जाता है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान हनुमान ने लंका दहन के दौरान अपनी पूंछ में लगी आग को बुझाने के लिए इस स्थान पर आए, तब भगवान राम ने उनके कष्टों को शांत करने के लिए इस जलधारा की उत्पत्ति की। यहाँ आने वाले भक्तों का मानना है कि हनुमान धारा के दर्शन से मानसिक तनाव दूर होता है और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
हनुमान धारा तक पहुँचने के लिए श्रद्धालुओं को पहाड़ी पर स्थित सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। मंदिर परिसर में भगवान राम का एक छोटा मंदिर भी स्थित है। मंदिर प्रतिदिन सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक खुला रहता है, जिससे भक्तजन दर्शन और पूजा-अर्चना कर सकते हैं।
चित्रकूट धाम, जहाँ हनुमान धारा स्थित है, उत्तर प्रदेश के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। यह स्थान भगवान राम के वनवास काल के दौरान उनके 11 वर्षों के निवास के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ रामघाट, गुप्त गोदावरी, और कामदगिरि जैसे अन्य महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल भी स्थित हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।
हनुमान धारा की प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के कारण यह स्थान भक्तों और पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। यहाँ आकर श्रद्धालु आध्यात्मिक शांति और भगवान हनुमान की कृपा प्राप्त करते हैं।
हनुमान धारा के दर्शन और वहाँ की यात्रा का अनुभव करने के लिए, आप नीचे दिए गए वीडियो को देख सकते हैं: