एक स्कूल टीचर ने बदल की इस गांव की तस्वीर, आज पूरी दुनिया में हो रही इसकी खूबसूरती की चर्चा

जब हम गांवों के बारे में सोचते हैं, तो अक्सर हमारी आंखों के सामने कच्ची गलियां, धूल-मिट्टी, गंदगी और पालतू जानवरों के चलते खेतों की ओर जाते रास्ते होते हैं। लेकिन अगर हम आपसे कहें कि एक ऐसा गांव भी है, जहां न तो गंदगी है, न ही धूल, और जिसकी रंगीन गलियां और घरों को देखकर आपको ऐसा महसूस हो कि आप इंद्रधनुष के नीचे खड़े हैं, तो क्या आप यकीन करेंगे?
आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पहले एक मलिन बस्ती हुआ करता था, लेकिन अब ‘इंद्रधनुषी गांव’ के नाम से पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका है। यह गांव अब सिर्फ एक टूरिस्ट अट्रेक्शन नहीं, बल्कि अपनी रंग-बिरंगी सुंदरता के कारण एक नया पहचान बन चुका है।
काम्पुंग पेलंगी: इंडोनेशिया का इंद्रधनुषी गांव
यह अद्भुत गांव इंडोनेशिया के जावा द्वीप पर स्थित है, और नाम है ‘काम्पुंग पेलंगी’। जब हम इस गांव को देखते हैं, तो यह एक जीवंत और रंगीन चित्र प्रदर्शनी के समान लगता है। हर घर, हर गली, हर दीवार में रंगों की एक अद्भुत छटा बसी हुई है। इस गांव को एक नई पहचान मिलने से पहले यह इंडोनेशिया के स्लम एरिया के रूप में जाना जाता था। यहां के लोग पिछड़े हुए थे और अपने टूटे-फूटे घरों में रहते थे।
लेकिन अब यह गांव एक परफेक्ट इंस्टाग्राम डेस्टिनेशन बन चुका है। सोशल मीडिया पर इस गांव को लेकर काफी चर्चाएं हो रही हैं, और पर्यटकों की भीड़ यहां हर दिन बढ़ती जा रही है।
इस गांव के बदलाव की कहानी
इस गांव का कायाकल्प करने का बीड़ा उठाया था 54 साल के स्लामेट विडोडो ने, जो इस गांव के एक स्कूल के प्रिंसिपल थे। स्लामेट विडोडो ने गांव को बदलने के लिए एक योजना तैयार की और स्थानीय सरकार से समर्थन प्राप्त किया। उनके प्रस्ताव को सेंट्रल जावा कम्युनिटी ने मंजूरी दी और इस पर काम शुरू हुआ।
इस बदलाव के लिए कुल 16 लाख रुपए खर्च किए गए, जिसमें सरकारी और कुछ कंपनियों का सहयोग शामिल था। गांव में स्थित 390 घरों को रंगीन बनाया गया, और घरों के अलावा गलियों, दीवारों, और छतों पर भी रंगों की बौछार की गई।
कैसे बदला काम्पुंग पेलंगी का चेहरा?
काम्पुंग पेलंगी के कायाकल्प के दौरान, एक सोच थी – “रंगों से इस गांव को जीवंत बनाना।” और यही हुआ भी। पहले यह गांव एक गंदी बस्ती हुआ करता था, लेकिन अब यह गांव दुनिया भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है।
गांव के घरों को देखकर ऐसा लगता है जैसे आकाश के इंद्रधनुष के रंगों ने गांव को अपना घर बना लिया हो। यहां आने वाले पर्यटक इस रंगीन गांव में एक नई दुनिया का अनुभव करते हैं। हर गली, हर घर अपने आप में एक कला का नमूना लगता है।
एक पर्यटन स्थल के रूप में काम्पुंग पेलंगी
काम्पुंग पेलंगी अब सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि एक पर्यटन स्थल बन चुका है। यहां आने वाले पर्यटक न केवल गांव के खूबसूरत दृश्य का आनंद लेते हैं, बल्कि वे इस गांव के बदलाव की कहानी को भी सुनने के लिए यहां आते हैं। यहां की रंगीन गलियों और घरों को देखकर ऐसा महसूस होता है जैसे आप किसी जादुई दुनिया में प्रवेश कर गए हों।
यह गांव अब सर्दी और गर्मी दोनों सीजन में पर्यटकों से भरा रहता है। लोग यहां के रंग-बिरंगे घरों के साथ फोटो खिंचवाने और सोशल मीडिया पर शेयर करने के लिए आते हैं। काम्पुंग पेलंगी की खूबसूरती अब दुनियाभर में मशहूर हो चुकी है।
रंगों से सिर्फ गांव का रूप नहीं बदला, बल्कि जीवन बदल गया
काम्पुंग पेलंगी का बदलाव सिर्फ गांव का रूप ही नहीं बदलता, बल्कि यहां के निवासियों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आया है। पहले जो लोग गरीबी और पिछड़ेपन से जूझ रहे थे, वे अब अपने गांव की खूबसूरती पर गर्व महसूस करते हैं। यहां के लोग अब आत्मनिर्भर बन चुके हैं और अपनी कला और संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं।
इस गांव के बदलाव से यह साबित होता है कि अगर हम सही दिशा में काम करें, तो किसी भी बस्ती को शहर या पर्यटन स्थल में बदल सकते हैं।
निष्कर्ष
काम्पुंग पेलंगी सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि आशा और प्रेरणा की एक कहानी है। यह गांव दिखाता है कि कला, रंग और समुदाय के सामूहिक प्रयास से किसी भी स्थान को नई दिशा दी जा सकती है। अब यह गांव दुनिया भर में एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में प्रसिद्ध हो चुका है और हर साल लाखों पर्यटक यहां आते हैं।
तो अगर आप भी कभी इंडोनेशिया जाएं, तो काम्पुंग पेलंगी की रंगीन गलियों में जरूर घूमने जाएं और इस अद्भुत गांव की सुंदरता का अनुभव करें।