एक ऐसा ऋषि, जिसने 60 हजार सालों की तपस्या से रेगिस्तान में निकाली थी गंगा, वीडियो में देखें वो जगह

गलता जी मंदिर का संबंध प्राचीन ऋषि गलव से जुड़ा है। यह स्थान उनकी तपोभूमि मानी जाती है। कहा जाता है कि ऋषि गलव ने यहां कई वर्षों तक कठिन तपस्या की, जिससे प्रसन्न होकर देवताओं ने उन्हें दर्शन दिए। उनके नाम पर ही इस स्थान का नाम ‘गलता’ पड़ा।
कालांतर में यहाँ एक आश्रम बना, जो बाद में भव्य मंदिर में परिवर्तित हो गया। यह मंदिर नाथ संप्रदाय से भी जुड़ा हुआ है, जिनके अनुयायी आज भी यहां सेवा में लगे रहते हैं। गलता जी मंदिर में हर अमावस्या और पूर्णिमा को विशेष पूजा होती है, जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु भाग लेते हैं।
इस मंदिर का संरक्षण जयपुर रियासत ने किया और दीवान कृष्णदास ने इसका पुनर्निर्माण कराया। आज भी यह मंदिर संतों और श्रद्धालुओं की साधना स्थली बना हुआ है, जहाँ हर कोने में भक्ति और शांति की अनुभूति होती है।