
भारत में कई रहस्यमयी और अद्भुत मंदिर हैं, जिनकी परंपराएं और मान्यताएं लोगों को आश्चर्यचकित कर देती हैं। ऐसा ही एक अनोखा मंदिर राजस्थान में स्थित है, जो अपने रहस्य और परंपराओं के कारण दुनियाभर के लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां सिर कटी मूर्तियों की पूजा होती है। यह परंपरा पिछले 900 वर्षों से चली आ रही है और आज भी उतनी ही श्रद्धा से निभाई जाती है।
कहां स्थित है यह मंदिर?
यह रहस्यमयी मंदिर राजस्थान के अलवर जिले में स्थित है। इसे नलिया माता मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर पहाड़ियों के बीच बसा हुआ है और यहां पहुंचने के लिए घने जंगलों से होकर गुजरना पड़ता है। स्थानीय लोग इस स्थान को बेहद पवित्र मानते हैं। माना जाता है कि यहां सिर कटी मूर्तियों की पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
मंदिर की अनोखी मान्यता
मंदिर में स्थापित देवी-देवताओं की मूर्तियां सिर कटी अवस्था में हैं। फिर भी, इन मूर्तियों को पूजनीय माना जाता है। स्थानीय मान्यता है कि यह स्थान कभी एक बड़े युद्ध का केंद्र था। कहा जाता है कि देवी ने यहां राक्षसों से युद्ध करते हुए अपने सिर का बलिदान दिया था। उसी बलिदान की स्मृति में यहां सिर कटी मूर्तियां स्थापित की गईं। यहां भक्त सिर कटी मूर्तियों की पूजा करते हैं और अपनी मनोकामना पूरी होने पर विशेष चढ़ावा चढ़ाते हैं। मंदिर परिसर में हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
सिर कटी मूर्तियों का रहस्य
इतिहासकारों का मानना है कि ये मूर्तियां 12वीं शताब्दी में स्थापित की गई थीं। उस समय इस क्षेत्र पर राजपूत राजाओं का शासन था। इतिहासकार बताते हैं कि मुगल आक्रमणकारियों ने इन मूर्तियों के सिर काट दिए थे। लेकिन स्थानीय लोगों ने हार नहीं मानी और बिना सिर वाली मूर्तियों की भी पूजा करना जारी रखा। उनका विश्वास था कि मूर्तियों का शरीर ही शक्ति और भक्ति का प्रतीक है। आज भी, इन मूर्तियों को बड़े ही श्रद्धा भाव से पूजा जाता है। यहां आने वाले श्रद्धालु सिर कटी मूर्तियों को उसी तरह पूजते हैं जैसे किसी पूर्ण मूर्ति को पूजते हैं। यह आस्था और भक्ति का अद्भुत उदाहरण है।
मंदिर में क्या-क्या खास है?
- शांति और रहस्य से भरपूर वातावरण: घने जंगलों के बीच स्थित यह मंदिर एक अलग ही ऊर्जा प्रदान करता है।
- प्राचीन स्थापत्य कला: मंदिर की दीवारों और मूर्तियों पर की गई बारीक नक्काशी इसकी भव्यता को और भी बढ़ाती है।
- विशेष मेले और उत्सव: हर साल नवरात्रि में यहां विशेष पूजा और उत्सव का आयोजन होता है। उस दौरान हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं।
निष्कर्ष
राजस्थान का यह मंदिर न केवल अपनी रहस्यमयी मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह आस्था, श्रद्धा और बलिदान की कहानी भी कहता है। सिर कटी मूर्तियों की पूजा यहां के लोगों की दृढ़ आस्था का प्रतीक है। अगर आप भी किसी अद्भुत और रहस्यमयी स्थान की यात्रा करना चाहते हैं, तो नलिया माता मंदिर एक बार जरूर जाएं। यहां आपको न केवल ऐतिहासिक महत्व का अनुभव होगा, बल्कि अध्यात्मिक शांति भी मिलेगी।