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आज तक कोई भी नहीं भर पाया इस मंदिर का रखा घड़ा, माता का चमत्कार जानकर चौंक जाएंगे !

आज तक कोई भी नहीं भर पाया इस मंदिर का रखा घड़ा, माता का चमत्कार जानकर चौंक जाएंगे !

हमरी देश में लक्षोन मंदिर है। इनमें से कुछ मंदिरों को चमत्कारी माना जाता है। इतना ही नहीं हर मंदिर की कोई न कोई खासियत भी होती है। आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो राजस्थान के पाली में स्थित है। इस मंदिर में एक घड़ा रखा हुआ है जिसके बारे में कहा जाता है कि इस घड़े में कितना भी पानी डाला जा सकता है लेकिन इसे भरा नहीं जा सकता। इस कुंड का रहस्य आज तक कोई भी वैज्ञानिक नहीं समझ पाया है।

शीतला माता का मंदिर राजस्थान के पाली में है

दरअसल, राजस्थान के पाली जिले के भटूड़ गांव स्थित माता 'शीतला का मंदिर' में ऐसा ही एक चमत्कारी घड़ा रखा हुआ है। जो कभी नहीं भरता। कहा जाता है कि लाखों लीटर पानी डालने के बाद भी उसमें भरने की गुंजाइश बनी रहती है।

यह है मंदिर से जुड़ी पौराणिक कथा

इस मंदिर के बारे में प्रचलित कथा के अनुसार करीब 800 साल पहले इस गांव में बाबरा नाम का एक राक्षस रहता था, जो किसी भी शादी में दूल्हे को मार डालता था। इस समस्या को हल करने के लिए गांव के पुजारियों ने माता शीतला की पूजा की और विनम्रतापूर्वक उनसे राक्षस को मारने का अनुरोध किया। इसके बाद भक्तों की पुकार सुनकर माता साक्षात प्रकट हुईं और उन्हें अपने घुटनों के नीचे ले लिया। असुर ने माँ की शक्ति के सामने आत्मसमर्पण कर दिया और माँ से उसे नरक भेजने के लिए कहा। लेकिन इससे पहले उसने प्यासा होने की बात कहकर पानी मांगा। तभी से घड़े में पानी डालने की परंपरा शुरू हुई। यह मंदिर साल में दो बार खोला जाता है। जब भी मंदिर के कपाट खोले जाते हैं तो माता के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है। पूरे गांव की महिलाएं पूजा के बाद घड़े में पानी डालती हैं, लेकिन आज तक घड़ा नहीं भरा। वह पानी कहाँ से आता है? कहा जाता है कि घड़े का पूरा पानी राक्षस पी जाता है। लेकिन जैसे ही मां के चरणों में चढ़ाए गए दूध को पानी से भरे बर्तन में डाला जाता है, वैसे ही बर्तन भर जाता है। यह कलश मंदिर में सदियों से रखा हुआ है। मान्यता है कि पूरी आस्था और भक्ति से मां की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

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