Samachar Nama
×

जब नए साल का जश्न मनाने के लिए 874 कारों में लगा दी गई थी आग और फिर आगे जो हुआ उसके बारे में जानकर चौक जाएंगे आप

ffffffff

पूरे विश्व में नववर्ष बड़ी धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने नए साल की पूर्व संध्या से ही 2022 के जश्न की तैयारियां पूरी कर ली थीं। कहीं पटाखे फोड़े गए तो कहीं तेज संगीत की धुन पर नाचकर लोगों ने नए साल का स्वागत किया। लेकिन फ्रांस में एक अलग ही नजारा देखने को मिला। जहां नए साल की पूर्व संध्या पर लोगों ने सैकड़ों कारों को आग लगाकर नए साल का जश्न मनाया। इस दौरान यहां 874 कारों को आग के हवाले कर दिया गया। इतनी सारी कारों में आग लगाने की यह घटना पहली बार नहीं है, बल्कि हर साल नए साल पर यहां ऐसा ही नजारा देखने को मिलता है। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इस वर्ष केवल 874 कारों में आग लगायी गयी।

क्योंकि पिछले वर्षों में आग लगाई जाने वाली कारों की संख्या इस वर्ष की तुलना में बहुत अधिक रही है। दरअसल, कोरोना वायरस महामारी के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के कारण इस बार लोगों ने सिर्फ 874 कारें ही जलाईं। दरअसल, फ्रांस में एक अजीब परंपरा है। जहां हर साल के आखिरी दिन कारों को आग लगा दी जाती है लेकिन नई कारों को नहीं बल्कि पुरानी और दुर्घटनाग्रस्त कारों को आग लगाई जाती है। कहा जाता है कि यह परंपरा बहुत पुरानी है और इसे साल के आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर को मनाया जाता है, यानी इस दिन यहां कारों को आग के हवाले कर दिया जाता है।


इस बार नए साल की पूर्व संध्या पर फ्रांस में करीब 874 वाहनों में आग लगा दी गई। आपको बता दें कि पिछले साल फ्रांस में कोरोना संबंधी तमाम पाबंदियां लागू थीं, जिसकी वजह से इस बार जलाए गए वाहनों की संख्या कम रही, यानी कोरोना से पहले जलाए गए वाहनों की संख्या इससे कहीं ज्यादा थी, फ्रांस कोरोना की बेहद घातक लहर से जूझ रहा है, इसका साफ असर नए साल के जश्न पर भी देखने को मिला. फ्रांस के गृह मंत्री गेराल्ड डार्मिनिन के अनुसार, वर्ष 2019 में यहां कुल 1,316 कारों में आग लगाई गई। आपको बता दें कि इस घटना के बाद पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। वर्ष 2019 में पुलिस ने यहां 376 लोगों से पूछताछ की थी, जबकि इस वर्ष 441 लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा गया।

वहीं, उत्तरपूर्वी फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में वाहनों को जलाने के बाद 31 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। अधिकारियों के मुताबिक पूछताछ में छह नाबालिग भी शामिल हैं, जिन्होंने कोरोना कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन किया था। आपको बता दें कि फ्रांस कोरोना की बेहद घातक लहर से जूझ रहा है। जिसके कारण यहां कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। सरकार ने लोगों की सुरक्षा के लिए एक नया नियम प्रस्तावित किया है, जिसके तहत देश में वर्तमान में लागू 'हेल्थ पास' को 'वैक्सीन पास' में बदल दिया जाएगा। फ्रांस सरकार ने जून में यह 'स्वास्थ्य पास' जारी किया था जिसका उपयोग लोग सार्वजनिक स्थानों पर जाने के लिए कर सकते थे।

Share this story

Tags