300 साल पहले, यहां बनकर तैयार हुआ था कई मंजिलों को ये चमत्कारी मंदिर, वीडियो में देखें रोंगटे खड़े कर देने वाली सच्चाई

गलता जी मंदिर स्थापत्य कला का बेहतरीन उदाहरण है। गुलाबी पत्थर और संगमरमर से बना यह मंदिर जयपुर की पारंपरिक स्थापत्य शैली को दर्शाता है। मंदिर में बनी मेहराबें, झरोखे और नक्काशीदार खंभे इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं।
मंदिर परिसर में सात पवित्र कुंड हैं, जो यहाँ की सबसे बड़ी विशेषता हैं। खास बात यह है कि ये कुंड कभी सूखते नहीं। इनमें से 'गलता कुंड' और 'गौमुख कुंड' सबसे प्रसिद्ध हैं। गौमुख से लगातार जलधारा बहती रहती है, जिसे प्राकृतिक चमत्कार माना जाता है।
इस मंदिर का ऊपरी हिस्सा 'सीता राम जी का मंदिर' कहलाता है, जहाँ से पूरा जयपुर शहर देखा जा सकता है। यहां से सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है। स्थापत्य के साथ-साथ मंदिर का वातावरण भी भक्तों को अध्यात्म से जोड़ता है।