100 Men And 1 Gorilla: फालतू सवाल को लेकर छिड़ी जोरदार बहस, एक्सपर्ट भी बोले- हद हो गई

इंटरनेट की दुनिया में हर दिन कोई न कोई अजीबो-गरीब बहस जन्म लेती है, लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर शुरू हुई एक बहस ने लोगों को दो धड़ों में बांट दिया है। सवाल है – अगर 100 इंसानों और एक गोरिल्ला के बीच आमने-सामने की लड़ाई हो जाए, तो कौन जीतेगा?
कुछ लोग मानते हैं कि इंसानों का पलड़ा भारी रहेगा, तो कई का कहना है कि अकेला गोरिल्ला सब पर भारी पड़ सकता है। हैरानी की बात ये है कि यह बहस अब मज़ाक से हटकर तर्क-वितर्क और विशेषज्ञों की राय तक पहुंच गई है।
सोशल मीडिया पर मचा घमासान
बहस की शुरुआत एक मीम से हुई, जिसमें लिखा था – "I think 100 niggas could beat 1 gorilla, everybody just gotta be dedicated to the shit."
इस ट्वीट ने देखते ही देखते लाखों व्यूज बटोर लिए और हजारों यूज़र्स ने इस पर अपनी राय रखनी शुरू कर दी। कुछ ने कहा कि इंसानों ने जब विशालकाय मैमथ का शिकार किया था, तो एक गोरिल्ला कौन सी बड़ी बात है! वहीं कई लोगों ने इसे गोरिल्ला की ताकत और फुर्ती के सामने इंसान की कमजोरी बताया।
विशेषज्ञ बोले – "ये सवाल ही फिजूल है"
इस बहस को तवज्जो मिलने के बाद AOL.com ने इस पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से प्रशिक्षित प्राइमेटोलॉजिस्ट माइकल स्टर्न से बात की। माइकल ने वर्षों तक युगांडा के जंगलों में गोरिल्लाओं का अध्ययन किया है और उनका कहना है कि यह बहस 'बिलकुल बेवकूफी' है।
उन्होंने कहा –
"ये सवाल उसी तरह है जैसे पूछा जाए – क्या गैंडा डायनासोर को मार सकता है या कोई शार्क लेजर बीम से पनडुब्बी उड़ा सकती है?"
"जैसे ही गोरिल्ला को लगेगा कि उसे खतरा है, वो सामने खड़े 100 लोगों को धकेलते हुए भाग जाएगा और कोई उसे रोक नहीं पाएगा।"
गोरिल्ला की ताकत बनाम इंसान की संख्या
माइकल स्टर्न ने बताया कि गोरिल्ला न केवल ताकतवर होते हैं, बल्कि उनकी फुर्ती भी कमाल की होती है। उनका शरीर इतना ताकतवर होता है कि वे किसी भी आम जानवर को अपनी पकड़ से कुचल सकते हैं। उनकी काटने की शक्ति (bite force) शेर, बाघ और यहां तक कि लकड़बग्घे से भी ज्यादा होती है।
अगर गोरिल्ला हिंसक हो जाए, तो वह अकेले ही कई इंसानों को गंभीर चोट पहुंचा सकता है। लेकिन यह बात भी उतनी ही सच है कि गोरिल्ला स्वभाव से सौम्य और टकराव से बचने वाले जीव होते हैं। वे बिना वजह हमला नहीं करते और अक्सर खुद को बचाने के लिए भागना पसंद करते हैं।
असली खतरा कौन? – चिम्पांज़ी
माइकल स्टर्न ने इस चर्चा में एक दिलचस्प मोड़ तब दिया जब उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा प्राइमेट है जो वास्तव में इंसानों के लिए खतरा बन सकता है, तो वह है – चिम्पांज़ी।
उनके अनुसार, चिम्पांज़ी कई बार इंसानों पर हमला कर चुके हैं, उन्हें घायल किया है और उनके व्यवहार में अधिक आक्रामकता देखी गई है।
क्या सच में 100 इंसान जीत सकते हैं?
सैद्धांतिक तौर पर अगर 100 लोग एक गोरिल्ला को चारों ओर से घेरकर उस पर समन्वित हमला करें, तो वे उसे हरा सकते हैं। लेकिन यह तभी संभव है जब सभी लोग एकजुट होकर, बिना डर के, सही रणनीति के साथ लड़ें – और यह वास्तविकता में होना लगभग असंभव है।
एक यूज़र ने लिखा –
"100 इंसानों में से 90 तो गोरिल्ला को देखते ही डर के मारे भाग जाएंगे। बाकी 10 में से 5 वीडियो बनाएंगे और 5 सोचेंगे कि ये तो मेरा फेवरेट जानवर है, मैं इसे कैसे मारूं!"
निष्कर्ष – सवाल मजेदार है, लेकिन व्यावहारिक नहीं
सोशल मीडिया पर भले ही यह बहस हंसी-मज़ाक और मीम्स की वजह से वायरल हो रही हो, लेकिन हकीकत यह है कि ऐसी कोई लड़ाई न आज संभव है, न भविष्य में होगी। न तो किसी वैज्ञानिक तर्क से, न नैतिकता से, और न ही कानूनन यह संभव है कि 100 इंसानों को एक गोरिल्ला के खिलाफ खड़ा कर दिया जाए।