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दुआर्सिनी घूमने के बाद पश्चिम बंगाल की कई चर्चित जगहों को भूल जाएंगे आप, अभी बना लें प्लान

पश्चिम बंगाल भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक सुंदर और प्रमुख राज्य है। यह देश का एक ऐसा राज्य है, जो हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है।पश्चिम बंगाल भी देश का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल माना जाता....
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पश्चिम बंगाल भारत के पूर्वी भाग में स्थित एक सुंदर और प्रमुख राज्य है। यह देश का एक ऐसा राज्य है, जो हिमालय से लेकर बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है।पश्चिम बंगाल भी देश का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल माना जाता है। इस राज्य की खूबसूरती गांवों, कस्बों और शहरों से लेकर समुद्र तटों तक फैली हुई है। इसलिए, इस राज्य में प्रतिदिन हजारों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं।जब पश्चिम बंगाल में घूमने की बात आती है तो कई लोग सबसे पहले वहां के प्रसिद्ध स्थानों के बारे में बात करते हैं। जैसे राजधानी कोलकाता, सिलीगुड़ी, सुंदरबन, कलिम्पोंग, दार्जिलिंग या दीघा।यह सच है कि इन जगहों की खूबसूरती देखने लायक है, लेकिन मशहूर जगहों से दूर डुआर्सिनी भी एक ऐसी जगह है, जहां जाने के बाद कोई भी इन मशहूर जगहों को भूल जाएगा।

डुआर्सिनी की खासियत जानने से पहले आपको बता दें कि यह पश्चिम बंगाल में कहां स्थित है। दुआर्सिनी पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में स्थित एक खूबसूरत गांव है। इस खूबसूरत गांव को आदिवासी गांव भी कहा जाता है।दुआर्सिनी एक पहाड़ी गांव है, जो पहाड़ों से घिरा हुआ है। आपकी जानकारी के लिए हम यह भी बता दें कि डुआर्सिनी राजधानी कोलकाता से करीब 261 किलोमीटर दूर स्थित है। इसके अलावा, दुआर्सिनी पश्चिम बंगाल के आसनसोल से लगभग 152 किमी और बांकुरा से लगभग 95 किमी की दूरी पर स्थित है।

दुआर्सिनी को पश्चिम बंगाल का गुप्त खजाना माना जाता है। भले ही इस गांव के बारे में कम ही लोग जानते हों, लेकिन यहां के शांतिपूर्ण और शुद्ध वातावरण में घूमने के बाद हर कोई खुश हो जाएगा। यह गांव अपने घने जंगलों और विभिन्न जनजातियों के लिए भी जाना जाता है।डुआर्सिनी को प्राकृतिक सौंदर्य का खजाना भी माना जाता है। यह छोटा सा गांव शक्तिपीठ के लिए भी जाना जाता है। जी हां, यहां स्थित दुआर्सिनी शक्तिपीठ मंदिर के दर्शन के लिए राज्य के कोने-कोने से लोग आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस मंदिर की वास्तुकला ओडिशा संस्कृति से मिलती जुलती है।

डुआर्सिनी अपनी खूबसूरती से हर किसी को अपना दीवाना बना सकती हैं। कहा जाता है कि पश्चिम बंगाल के लोग जब व्यस्त जिंदगी से परेशान हो जाते हैं तो शांति के दो पल बिताने के लिए यहां पहुंचते हैं। यहां का शुद्ध वातावरण भी पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है।डुआर्सिनी न केवल अपनी सुंदरता के लिए बल्कि कई मनोरंजक गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है। कई पर्यटक यहां पहाड़ों में ट्रैकिंग का आनंद लेने के साथ-साथ पैदल यात्रा और कैम्पिंग का आनंद लेने के लिए भी आते हैं। कई लोग यहां जंगल सफारी का आनंद लेने भी आते हैं।

दुआर्सिनी एक ऐसा स्थान है जो न केवल पश्चिम बंगाल बल्कि झारखंड के लिए भी खास है। जी हां, यह स्थान झारखंड की सीमा के पास स्थित है। इसलिए झारखंड से भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां घूमने आते हैं।आपको बता दें कि डुआर्सिनी झारखंड के धनबाद से लगभग 136 किमी, रांची से लगभग 169 किमी, बोकारो से लगभग 123 किमी और जमशेदपुर से सिर्फ 56 किमी की दूरी पर स्थित है। यही कारण है कि झारखंड से भी लोग यहां घूमने और मौज-मस्ती करने आते रहते हैं। खासकर, सप्ताहांत में झारखंड से बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पिकनिक मनाने पहुंचते हैं।

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