क्या ट्रेन चार्ट बनने के बाद भी नहीं हुआ टिकट कन्फर्म, तो ऐसे करें यात्रा, यहां जानिए सबकुछ

देश में यात्रियों को चाहे कितनी भी लग्जरी ट्रेन सुविधाएं उपलब्ध क्यों न हों, ट्रेन में सीट न मिलना एक बड़ी समस्या है। अब तो स्थिति यह है कि त्यौहार न होने पर भी ट्रेनों में सीटें वेटिंग में रहती हैं। इसलिए यात्रियों को ट्रेन से यात्रा करते समय परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई लोग ऐसे भी हैं जो वेटिंग के बाद भी टिकट बुक करा लेते हैं। उन्हें उम्मीद होती है कि सीट कन्फर्म हो जाएगी, लेकिन चार्ट बनने के बाद भी उनका टिकट वेटिंग में ही रह जाता है। अब यात्रियों को भारतीय रेलवे में वेटिंग टिकट के साथ यात्रा करने की अनुमति नहीं है, क्योंकि वेटिंग टिकट का पैसा उन्हें वापस कर दिया जाता है। लेकिन अगर आप वेटिंग टिकट मिलने के बाद भी ट्रेन में यात्रा करना चाहते हैं तो चिंता न करें। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि चार्ट बनने के बाद भी आप कैसे कन्फर्म टिकट पा सकते हैं।
ध्यान रखें कि किसी भी आरक्षित ट्रेन में चार्ट दो बार तैयार किया जाता है। अगर पहला चार्ट बनने के बाद भी आपकी टिकट कन्फर्म नहीं होती है तो आपको दूसरे चार्ट बनने का इंतजार करना चाहिए।ऑनलाइन ट्रेन टिकट बुक करने वाले लोगों को इसकी सूचना मिलती है।
लगभग सभी ट्रेनों में पहला चार्ट ट्रेन खुलने से 4 घंटे पहले जारी किया जाता है। यह चार्ट बनने के बाद यात्रियों को उनके फोन पर एक संदेश मिलता है। अगर इसमें उनकी सीट खाली है तो आपको दूसरे चार्ट का इंतजार करना चाहिए। दूसरा चार्ट ट्रेन चलने से 30 मिनट पहले तैयार किया जाता है। इस चार्ट के जारी होने के बाद आपकी सीट निश्चित हो सकती है। क्योंकि पहले चार्ट में बची खाली सीटें दूसरे चार्ट तैयार होने के समय अन्य यात्रियों के लिए छोड़ दी जाती हैं।
अगर आपको दोनों चार्ट बनने के बाद भी सीट नहीं मिली है तो आप चलती ट्रेन में भी खाली सीट का पता लगा सकते हैं। कई बार सीटें खाली होने के बाद भी किसी कारणवश यात्रियों को आवंटित नहीं हो पातीं। इसलिए ऐसे यात्री ऑनलाइन इसकी जांच कर सकते हैं और टीटीई से इस सीट के बारे में पूछताछ कर सकते हैं। इसके लिए आपको https://www.irctc.co.in/online-charts/ पर क्लिक करना होगा, जहां से आपको खाली सीटों के साथ-साथ खाली कोचों के बारे में भी बताया जाएगा।
यदि आपको ऑनलाइन जानकारी नहीं मिल पा रही है तो आप टीटीई से भी मदद मांग सकते हैं। कई बार कुछ यात्री रेल टिकट बुक कराने के बाद भी ट्रेन से यात्रा नहीं करते हैं। ऐसे लोगों की सीटें खाली रहती हैं, टीटीई हर कोच में जाता है और सीट पर बैठे यात्रियों से सीट नंबर पूछता है, ताकि उसे पता चल सके कि किस कोच में कौन सा यात्री ट्रेन में यात्रा करने नहीं आया है। इसलिए उन खाली सीटों की जानकारी केवल टीटीई को ही होती है। इसके अलावा टीटीई को यह भी पता होता है कि कौन सा यात्री किस स्टेशन पर उतरेगा। इसके बाद यदि वह सीट खाली हो जाती है तो वह सीट अन्य यात्रियों को दे सकता है।