
अगर आप इतिहास के शौकीन हैं, तो आपको भोपाल से 44 किलोमीटर दूर रायसेन किला जरूर देखना चाहिए। यह एक पहाड़ी पर स्थित है और इसमें मंदिर, मस्जिद और महल हैं। इतिहास प्रेमियों के लिए यह सबसे अच्छी जगह है। यह भोपाल के पास सबसे खूबसूरत किला है।
भोजपुर मंदिर को भोजेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक अधूरा लेकिन विशाल मंदिर है। यह भोपाल से 28 किमी की दूरी पर स्थित है। यहाँ भारत में पत्थर से तराशे गए सबसे ऊंचे शिव लिंगों में से एक है। यहाँ 18 फीट ऊँचा शिवलिंग है।
सांची भोपाल से करीब 48 किलोमीटर दूर है। आप यहां ट्रेन से या अपने वाहन से भी आ सकते हैं। सांची शहर सदियों पुराने स्तूपों, मठों, मंदिरों और स्तंभों के लिए प्रसिद्ध है। यह एक धार्मिक और ऐतिहासिक स्थान है। यह एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है जो हरे-भरे पेड़ों से घिरी हुई है।
अगर आप भी प्रकृति की गोद में समय बिताना चाहते हैं तो केरवा डैम से खूबसूरत जगह कोई और नहीं हो सकती। यह जगह भोपाल से मात्र 15 किलोमीटर दूर है। यहां बहते पानी को देखना और हरे-भरे जंगलों के बीच सुकून भरे पल बिताना अलग ही आनंद देता है। यहां आप दोस्तों और परिवार के साथ आ सकते हैं।
अगर आप भीड़-भाड़ से दूर किसी शांत जगह पर कुछ सुकून भरे पल बिताना चाहते हैं तो भोपाल से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित कोलार डैम सबसे अच्छी जगह है। यह जगह जंगलों से भरी पहाड़ियों के बीच बसी है जो इसे और भी खूबसूरत बनाती है। अगर आप दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह जगह आपके लिए परफेक्ट हो सकती है। विंध्याचल की पहाड़ियों में स्थित ये गुफाएँ अपने 30,000 साल पुराने शैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं, जो मानव इतिहास की प्रारंभिक झलक प्रदान करते हैं।
यह इतिहास प्रेमियों और जिज्ञासु लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है। भीमबेटका एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यह स्थान भोपाल से 45 किमी दूर स्थित है। विंध्याचल की पहाड़ियों में स्थित ये गुफाएँ अपने 30,000 साल पुराने शैल चित्रों के लिए प्रसिद्ध हैं, जो मानव इतिहास की प्रारंभिक झलक प्रदान करते हैं। यह इतिहास प्रेमियों और जिज्ञासु लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है।