आखिर क्यों जयपुर के महाराजा सवाई राम सिंह ने इकठ्ठे किये थे सिक्कें, वीडियो में देखें चौकाने वाली सच्चाई

जयपुर न्यूज डेस्क !!! अल्बर्ट हॉल संग्रहालय आज से 140 साल पहले बनाया गया था। यह 1876 की बात है जब जयपुर के राजा सवाई मानसिंह थे। उस समय वेल्स के प्रिंस अल्बर्ट एडवर्ड जयपुर आये थे। इस इमारत को तब प्रिंस ऑफ वेल्स के स्मारक के रूप में बनाया गया था और इसलिए इसका नाम अल्बर्ट एडवर्ड के नाम पर अल्बर्ट हॉल रखा गया। अल्बर्ट हॉल रामनिवास बाग के मध्य में बनाया गया था। अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए मशहूर अल्बर्ट हॉल का डिज़ाइन सैमुअल स्विंटन जैकब ने किया था। इसकी संरचना में निर्माण की इंडो-सारसेनिक शैली की झलक दिखती है।
संग्रहालय में राज्य भर के कलाकारों की कला का बेहतरीन नमूना यहां देखा जा सकता है। प्राचीन धातुओं से लेकर गुप्त और मुगल काल के सिक्कों का एक बड़ा संग्रह यहां मौजूद है, साथ ही जयपुर की नीली मिट्टी के बर्तन और खूबसूरत पेंटिंग और आभूषण भी हैं, जो देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की वास्तुकला
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय की इमारत इंडो-सारसेनिक वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है। इसके गलियारों को विभिन्न शैलियों में भित्ति चित्रों से सजाया गया था और यूरोपीय, मिस्र, चीनी, ग्रीक और बेबीलोनियाई सभ्यताओं को भी दर्शाया गया था और संग्रहालय दीर्घाओं में अतीत की पुरावशेषों और कलाकृतियों का संग्रह है। जहां प्राचीन सिक्के, संगमरमर की कला, मिट्टी के बर्तन, कालीन और खासकर मिस्र की ममियां रखी हुई हैं।
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय के बारे में कुछ रोचक तथ्य
- अल्बर्ट हॉल संग्रहालय को सरकारी केंद्रीय संग्रहालय के रूप में भी जाना जाता है, जो राजस्थान राज्य का सबसे पुराना संग्रहालय है।
- अल्बर्ट हॉल संग्रहालय का नाम राजा अल्बर्ट एडवर्ड चतुर्थ के नाम पर रखा गया था।
- अल्बर्ट हॉल संग्रहालय इंडो-सारसेनिक वास्तुकला का एक आदर्श मिश्रण है।
- शुरुआत में इसे एक टाउन हॉल बनाने का इरादा था लेकिन इसे एक संग्रहालय बनाने के लिए माधो सिंह द्वितीय द्वारा डिजाइन किया गया था।