जा रहे हैं प्रयागराज, इस मंदिर के जरूर करें दर्शन, महज कुछ किलोमीटर पर है स्थित

प्रयागराज में महाकुंभ मेला अपनी भव्यता के साथ चरम पर है। महाकुंभ 2025 में देश-विदेश से श्रद्धालु और संत भाग ले रहे हैं। 144 वर्षों के बाद महाकुंभ का विशेष संयोग बना है, यही वजह है कि करोड़ों लोग इस धार्मिक उत्सव में भाग ले रहे हैं और आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। लेकिन, अगर आप त्रिवेणी संगम पर स्नान के बाद प्रयागराज की अपनी धार्मिक यात्रा को यादगार बनाना चाहते हैं, तो आप आस-पास के मंदिरों में दर्शन के लिए जा सकते हैं।
त्रिवेणी संगम के अलावा प्रयागराज में कई मंदिर हैं जिनका धार्मिक महत्व है। ऐसे में अगर आप महाकुंभ में स्नान के लिए प्रयागराज जा रहे हैं तो आप इस्कॉन मंदिर के दर्शन के लिए भी जा सकते हैं, यह संगम से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर का धार्मिक महत्व है और यहां आने वाले भक्तों को शांति और सुकून के साथ आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव होता है। आइए यहां जानते हैं कि प्रयागराज में इस्कॉन मंदिर कहां है और त्रिवेणी संगम से वहां कैसे पहुंचा जा सकता है।
प्रयागराज का इस्कॉन मंदिर श्री श्री राधा वेणी माधव मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह काशीराजनगर, बलुआघाट, प्रयागराज में स्थित है। प्रयागराज का इस्कॉन मंदिर अपनी खूबसूरती के साथ-साथ अपनी भव्य सुबह और शाम की आरती के लिए भी प्रसिद्ध है। अगर आप प्रयागराज जा रहे हैं तो इस मंदिर में दर्शन के लिए जा सकते हैं।प्रयागराज इस्कॉन मंदिर का पहला दर्शन सुबह 4.30 बजे शुरू होता है। दर्शन आरती प्रातः 8 बजे होती है। इसके बाद राजभोग दर्शन का समय शुरू होता है जो दोपहर 12.30 बजे से 1.30 बजे तक रहता है। इसके बाद मंदिर शाम 4 बजे तक बंद हो जाता है। मंदिर शाम 4 बजे के बाद खुलता है और शाम की आरती 6.30 बजे होती है। दिन की अंतिम आरती रात 8 बजे की जाती है और इसके बाद लगभग 8.30 बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
अगर आप प्रयागराज इस्कॉन घूमने गए हैं और आपके पास समय है तो आप यहां मौजूद धर्मशाला में भी रुक सकते हैं। हां, प्रयागराज इस्कॉन में भी आश्रम की सुविधा है। (प्रयागराज में घूमने लायक जगहें)यदि आप महाकुंभ त्रिवेणी संगम पर स्नान करने के बाद इस्कॉन मंदिर जा रहे हैं तो यह दूरी 12 किलोमीटर है। इसके लिए सबसे पहले आपको चुंगी आना होगा और यहां आपको सवारी या बुकिंग से रिक्शा-ऑटो मिल जाएगा।
यदि आप प्रयागराज जंक्शन से इस्कॉन मंदिर जा रहे हैं तो यह दूरी लगभग 5.5 किलोमीटर है। आप रेलवे स्टेशन से साइकिल रिक्शा या ऑटो लेकर आसानी से इस्कॉन मंदिर पहुंच सकते हैं। यदि आपको इस्कॉन मंदिर के लिए सीधा ऑटो नहीं मिलता है तो आपको पहले करेली आना होगा। करिगी से आपको मीरापुर तक ऑटो लेना होगा और फिर वहां से आप बलुआघाट पहुंच सकते हैं।यदि आप प्रयागराज सिविल लाइंस बस स्टैंड पर हैं और इस्कॉन जाना चाहते हैं तो इसकी दूरी करीब 4 किलोमीटर है। बस स्टैंड से इस्कॉन मंदिर जाने के लिए सबसे पहले आपको सिविल लाइंस से रिक्शा या ऑटो लेकर रामबाग पहुंचना होगा। फिर रामबाग से बलुआघाट तक रिक्शा-ऑटो लिया जा सकता है।सामान्य दिनों में रामबाग से बलुआघाट तक का किराया 20 रुपये है। लेकिन, महाकुंभ के दिनों में आपको इसका दोगुना भुगतान करना पड़ सकता है।अगर आपको हमारी कहानी से जुड़ा कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हम आपको सही जानकारी उपलब्ध कराने का प्रयास करते रहेंगे।