कोलकाता का है प्लान, फेमस टूरिस्ट प्लेस से लेकर खाने-शॉपिंग तक, ये गाइड पढ़ें
कोलकाता को भारत की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। पश्चिम बंगाल अपने खूबसूरत समुद्र तटों, प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक स्थलों के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। यहां के समुद्र तट, पहाड़, प्राचीन मंदिर, घने जंगल और जैव विविधता पर्यटकों को आकर्षित करती है। बंगाल की मूर्तिकला, वास्तुकला और साहित्य भी विश्व प्रसिद्ध हैं।
विक्टोरिया मेमोरियल एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जिसका निर्माण महारानी विक्टोरिया की याद में किया गया था। यह स्मारक 1906 में बनकर तैयार हुआ था। इसे 1921 में पर्यटकों के लिए खोल दिया गया था। विक्टोरिया मेमोरियल के निर्माण में संगमरमर और सीमेंट का उपयोग किया गया है। यह स्मारक एक विशाल उद्यान में स्थित है। अंदर आपको कई प्रदर्शनियां देखने को मिलेंगी, लेकिन असली जादू तो बाहर है। यहां आपको घोड़ागाड़ियां, शाम की सैर करते जोड़े और पुरानी दुनिया का आकर्षण मिलेगा जो आपको कहीं और नहीं मिलेगा।
हावड़ा ब्रिज हमेशा से कोलकाता की पहचान रहा है। हावड़ा ब्रिज को बने लगभग 82 वर्ष हो गए हैं। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान दिसंबर 1942 में एक जापानी बम इस पुल से थोड़ी ही दूरी पर गिरा, लेकिन इस पुल का बाल भी बांका नहीं हो सका। यदि आपने हावड़ा ब्रिज नहीं देखा है तो आपने भारत को सही मायने में नहीं जाना है। यह विशाल पुल बिना किसी नट-बोल्ट के बनाया गया है। सबसे अच्छा दृश्य सुबह का होता है जब नीचे फूलों का बाजार जीवंत हो उठता है। यह एक ऐसा दृश्य है जिसे आप कभी नहीं भूलेंगे।
हुगली नदी के तट पर स्थित यह मंदिर अपनी शांति और धार्मिक महत्व के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां आप मां काली के दर्शन कर सकते हैं। इस मंदिर में आकर आपको अद्भुत शांति का अनुभव होगा। यहां दुर्गा पूजा के दौरान एक अलग ही रौनक देखने को मिलेगी।पार्क स्ट्रीट सिनेमा कोलकाता का एक प्रमुख सिनेमा हॉल है। यहां विभिन्न भाषाओं में फिल्में दिखाई जाती हैं। यहां आकर आपको बहुत अच्छा लगेगा। यदि आप कोलकाता घूमने की योजना बना र हैं तो पार्क स्ट्रीट अवश्य जाएं।
यह संग्रहालय भारत के सबसे पुराने संग्रहालयों में से एक माना जाता है। इसका निर्माण 1814 में हुआ था और इसके संस्थापक डॉ. नाथनियल वालिच थे। यह विश्व का 9वां सबसे पुराना संग्रहालय है।
कोलकाता के दीघा को बंगाल का गोवा भी कहा जाता है। दीघा समुद्र तट बहुत शांत और सुंदर है। जहां पर्यटक मौज-मस्ती और तैराकी के लिए आते हैं। कोलकाता से लगभग 185 किलोमीटर दूर स्थित दीघा दो भागों में विभाजित है। जिसके लिए एक से दो दिन का समय पर्याप्त है। यह कोलकाता से लगभग 160 किमी दूर है। यहां से कुछ दूर एक और समुद्र तट है मंदारमणि, जो हनीमून जोड़ों के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय है।अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं और ट्रैकिंग के भी शौकीन हैं, तो सुंदरबन देखने का मौका न चूकें। यहाँ के दलदली जंगल में कई दुर्लभ जीव रहते हैं। जहां आप रॉयल बंगाल टाइगर देख सकते हैं। इन्हें देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। हेनरी द्वीप भी सुंदरवन के पास मौजूद है जहां आप ट्रैकिंग और अलाव का आनंद ले सकते हैं। सुंदरवन कोलकाता से सिर्फ 109 किमी दूर है। की दूरी पर है।
जलदापाड़ा वन्यजीव अभयारण्य पूर्वी हिमालय की तलहटी में स्थित कोलकाता के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। दुर्लभ एक सींग वाले भारतीय गैंडे को जलदापाड़ा वन्यजीव अभयारण्य में देखा जा सकता है। इसके अलावा यह वन्यजीव अभयारण्य कई प्रकार की वनस्पतियों और जीवों का निवास स्थान भी है। यहां रॉयल बंगाल टाइगर से लेकर भारतीय हाथी, सांभर, भारतीय बाइसन और जंगली सूअर जैसी प्रजातियां देखी जा सकती हैं।काठी रोल का नाम सुनते ही हर किसी के मुंह में पानी आ जाता है। अपनी बढ़ती लोकप्रियता के कारण काठी रोल अब हर जगह आसानी से उपलब्ध हैं। लेकिन इसकी जड़ें कोलकाता से जुड़ी हुई हैं। सैडल रोल पहली बार 20वीं सदी में बनाया गया था।बिरयानी भारतीय व्यंजनों में सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय व्यंजन है। लेकिन कोलकाता बिरयानी अन्य सभी बिरयानी से काफी अलग है, क्योंकि इसमें अंडे और आलू का उपयोग किया जाता है। कोलकाता की बिरयानी बहुत कम मसालेदार होती है और इसकी सुगंध और स्वाद खाने वाले को अपना दीवाना बना देता है। ऐसा कहा जाता है कि अवध के राजा नवाब वाजिद अली शाह ने कोलकाता बिरयानी का आविष्कार किया था।