क्या आप भी भीड़ भाड़ से दूर लेना चाहते हैं पत्नी के साथ ठंडी वादियों का आनंद, तो हिमाचल प्रदेश की यह जगह है बेस्ट
जब भी हिमाचल प्रदेश में घूमने की बात होती है तो आमतौर पर शिमला या मनाली का नाम दिमाग में आता है। लेकिन हिमाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है जिसे प्रकृति ने अनेक खूबसूरत घाटियों से नवाजा है। लोग अक्सर मनाली और शिमला घूमने जाते हैं, लेकिन आज हम आपको हिमाचल प्रदेश की एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने आप में बेहद खास है और वहां भीड़-भाड़ लगभग नहीं होती। हम बात कर रहे हैं स्पीति घाटी की। खास बात यह है कि आप यहां गर्मियों के मौसम में बेहद आसानी से यात्रा कर सकते हैं, इसलिए अगर आप आने वाले दिनों में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं और किसी अनोखी जगह की तलाश में हैं तो स्पीति वैली बेहद अच्छा विकल्प हो सकता है।
स्पीति घाटी हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले में स्थित एक ठंडी रेगिस्तानी पर्वत घाटी है। यह घाटी अपनी प्राकृतिक सुन्दरता और सांस्कृतिक महत्त्व के लिए जानी जाती है। स्पीति घाटी का प्रशासनिक मुख्यालय काजा है, जो जिला मुख्यालय से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पहुंचने का सबसे आसान तरीका सड़क मार्ग है।
स्पीति घाटी का परिदृश्य अपनी अद्वितीय और लुभावनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां आपको हरी-भरी घाटियां ही नहीं बल्कि एक अलग तरह का नजारा देखने को मिलता है। यहां का शांतिपूर्ण वातावरण आपका मन मोह लेगा और हर मोड़ पर इतिहास की कहानियां बिखरी नजर आएंगी। स्पीति घाटी एक ठंडा रेगिस्तानी क्षेत्र है, इसलिए यहाँ की भूमि अधिकांशतः चट्टानी और शुष्क है। यहां आपको रंग-बिरंगे चट्टानों और पत्थरों का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
अक्सर लोगों के मन में यह सवाल होता है कि क्या स्पीति में रुकने के लिए होटल हैं या नहीं? आपको बता दें कि स्पीति घाटी में ठहरने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं। काजा और ताबो जैसे प्रमुख स्थानों पर होटल और गेस्ट हाउस आसानी से उपलब्ध हैं। यहां आप स्थानीय होमस्टे में भी रह सकते हैं, जो आपको स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली का अनुभव करने का अवसर प्रदान करते हैं। स्पीति घाटी में होटल और गेस्ट हाउस 1 से 5 किलोमीटर की दूरी पर आसानी से मिल जाते हैं।
यदि आप दिल्ली से स्पीति जाना चाहते हैं तो आपको पहले मनाली के लिए बस पकड़नी होगी। इसके बाद मनाली से स्पीति घाटी तक जाने वाला रास्ता रोहतांग दर्रे और कुंजुम दर्रे से होकर जाता है। आपको बता दें कि स्पीति घाटी तक पहुंचने के लिए मनाली से काजा तक कई सरकारी बसें चलती हैं। इसके अलावा आप दिल्ली से शिमला होते हुए स्पीति घाटी का भी आनंद ले सकते हैं।
स्पीति घाटी की यात्रा के लिए गर्मियों का मौसम सबसे अच्छा माना जाता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप सर्दियों में यहां नहीं आ सकते। गर्मियों में (मई से अक्टूबर तक) मौसम सुहावना होता है और सड़कें खुली होती हैं, जिससे यात्रा करना आसान हो जाता है। सर्दियों में (नवंबर से अप्रैल तक) स्पीति घाटी में बहुत ठंड पड़ती है और कुछ सड़कें बर्फ से ढक जाती हैं, जिससे यात्रा कठिन हो जाती है।
स्पीति का अर्थ है 'बीच की भूमि' - तिब्बत और भारत के बीच स्थित यह घाटी अपनी अलग पहचान रखती है। समुद्र तल से 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित स्पीति बौद्ध मठों की शांति, बंजर पहाड़ों की सुंदरता और साफ नीला आसमान प्रदान करता है। स्पीति घाटी में स्थित मठ को देखने जरूर जाएं, क्योंकि यहां की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह मठ 1,000 साल पुराना है, जिसे दूर से देखने पर ऐसा लगता है मानो यह मठ आसमान को छू रहा हो। इसके अलावा स्पीति नदी और चंद्रताल झील के किनारे घूमने का रोमांच ही अलग है। इसके साथ ही स्पीति में चिंचम ब्रिज भी काफी लोकप्रिय है। इस पुल की खासियत यह है कि यह दो पहाड़ों के बीच बना है।