दिलजीत दोसांझ के होमटाउन से 150KM की दूरी पर बसी ये जगह है स्वर्ग, घूमने के लिए है बेस्ट

हिमाचल प्रदेश में बसा परवाणू एक ऐसा हिल स्टेशन है, जहां की प्राकृतिक सुंदरता, हरियाली और शांत वातावरण हर यात्री का मन मोह लेता है। जलंधर से करीब 150 किलोमीटर दूर और चंडीगढ़ से मात्र 35 किलोमीटर की दूरी पर बसा यह शहर न सिर्फ पहाड़ियों के मनोरम नज़ारों से घिरा है, बल्कि यहां इतिहास, अध्यात्म और रोमांच का अनोखा संगम भी देखने को मिलता है।
परवाणू की खासियत क्या है?
परवाणू एक ऐसा डेस्टिनेशन है जो भीड़भाड़ से दूर, शुद्ध हवा और हरियाली से भरपूर अनुभव देता है। यहां आकर लगता है मानो समय थम गया हो। खासतौर पर मानसून या सर्दियों में जब यहां की पहाड़ियां बादलों से घिरी होती हैं, तो नज़ारा किसी पोस्टकार्ड से कम नहीं लगता।
यहां की सबसे बड़ी खासियत है टिम्बर ट्रेल रोपवे — जो आपको हवा में उड़ते हुए घाटियों और पहाड़ियों का विहंगम दृश्य दिखाती है। इसके अलावा यहां कई धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थल हैं, जिन्हें एक्सप्लोर करना किसी सुखद यात्रा से कम नहीं।
परवाणू घूमने का सही समय
परवाणू की खास बात यह है कि आप सालभर कभी भी यहां घूमने का प्लान बना सकते हैं।
-
मार्च से मई: मौसम ठंडा और सुखद होता है, ट्रैकिंग के लिए बेस्ट टाइम।
-
जुलाई से सितंबर: मानसून में बादलों से ढकी पहाड़ियां और हरियाली की ताजगी देखते ही बनती है।
-
सितंबर से नवंबर: साफ मौसम, नीला आसमान और ठंडी हवाएं – रोमांच और फोटोग्राफी के लिए परफेक्ट टाइम।
परवाणू में घूमने की जगहें
1. टिम्बर ट्रेल रोपवे
परवाणू की सबसे प्रसिद्ध जगहों में से एक है टिम्बर ट्रेल। यह एक शानदार रोपवे है जो आपको पहाड़ियों के ऊपर से एक रिजॉर्ट तक ले जाती है। लगभग 2 किलोमीटर की यह यात्रा आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाती है। ऊंचाई से देखे जाने वाले नज़ारे अद्भुत होते हैं और यहां का सुकून वाकई यादगार है।
2. मनसा देवी मंदिर
परवाणू से कुछ ही दूरी पर स्थित यह प्रसिद्ध मंदिर श्रद्धा और आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र है। देवी मनसा को समर्पित यह मंदिर शांत वातावरण और वास्तुकला के लिए जाना जाता है। यहां देशभर से श्रद्धालु आकर आशीर्वाद लेते हैं।
3. गोरखा किला
इतिहास के प्रेमियों के लिए गोरखा किला एक शानदार जगह है। यह किला एक ऊंची पहाड़ी पर बना हुआ है और इसे गोरखाओं ने अपनी रक्षा के लिए बनवाया था। यहां से आसपास की घाटियों और जंगलों का दृश्य बेहद मनोहारी लगता है।
4. पिंजौर गार्डन (यादवेंद्र गार्डन)
परवाणू से कुछ ही मिनटों की दूरी पर स्थित यह गार्डन मुगल शैली की वास्तुकला में बना है। यहां की छायादार हरियाली, रंग-बिरंगे फूल, फव्वारे और टेरेस गार्डन इस जगह को पिकनिक के लिए आदर्श बनाते हैं। रात में यहां की रौशनी इसे और भी खूबसूरत बना देती है।
परवाणू में क्या करें?
-
ट्रैकिंग और हाइकिंग: आसपास की पहाड़ियों में कई छोटे ट्रेल्स हैं जो ट्रैकिंग और हाइकिंग के लिए बेहतरीन हैं।
-
फलों के बागानों की सैर: सेब, खुबानी और आड़ू के बागानों में घूमना एक अलग अनुभव होता है।
-
स्थानीय व्यंजन का आनंद लें: हिमाचली खाने का स्वाद यहां के छोटे ढाबों और होमस्टे में लिया जा सकता है।
कैसे पहुंचे परवाणू?
-
रेल: सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कालका है, जो यहां से 5 किलोमीटर दूर है।
-
हवाई यात्रा: चंडीगढ़ एयरपोर्ट सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है, जो 40 किमी दूर स्थित है।
-
सड़क मार्ग: चंडीगढ़, पंचकूला और कालका से यहां के लिए सीधी टैक्सी और बसें उपलब्ध हैं।