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अमेरिका-ब्रिटेन छूटे पीछे, भारत में दुनिया का नंबर वन होटल, वीडियो में खूबसूरती देख नहीं हटेगी नजर

विश्वभर में अपनी मेहमाननवाजी के लिए विख्यात भारत में राजस्थान को इसकी अथिति देवो भवः की परम्परा के चलते सबसे उच्चतम स्थान पर रखा जाता है.......
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राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! विश्वभर में अपनी मेहमाननवाजी के लिए विख्यात भारत में राजस्थान को इसकी अथिति देवो भवः की परम्परा के चलते सबसे उच्चतम स्थान पर रखा जाता है। राजस्थान की ‘पधारो म्हारे देश’ इस एक लाइन में ही राजस्थानी आवभगत से लेकर लोक संस्कृति, कला और स्वाद की ऐसी भावना छीपी है कि दुनिया के हर कोने से पर्यटक यहां खींचे चले आते हैं।

राजस्थान अपनी कला, संस्कृति और स्वाद के अलावा मेहमान नवाजी के लिए भी विश्वभर में जाना जाता है। दिल की गहराइयों को छू लेने वाली यहां की कला और संस्कृति से प्रेरित हो हर साल लाखों लोग इसे अनुभव करने के लिए राजस्थान का रुख करते हैं। मरुधरा में कई ऐसे महल, किले, हवेलिया और हेरिटेज होटल्स हैं जो आपको सदियों पुरानी शाही और राजसी राजस्थानी भव्यता अनुभव करने का मौका देते हैं। राजस्थानी शाही अंदाज से प्रेरित हो कई देशी और विदेशी सेलेब्स राजस्थान में शादी के बंधन में बंधें हैं, जिनमे मुख्य रूप से प्रियंका-निक, कटरीना-विक्की, परिणीति-राघव और सिद्धार्थ-कियारा समेत कई पावर कपल शामिल हैं। वीरता व दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ ही अनूठी संस्कृति के लिए जाना जाने वाला राजस्थान आज मेहमाननवाजी के विश्वपटल पर पहले नंबर पर आता है। तो चलिए आज के इस वीडियो हम आपको यहां के कुछ ऐसे होटल्स के टूर पर लेकर चलें जिनका गौरवशाली इतिहास और समृद्ध संस्कृति आपको फिर से राजशाही दौर में ले जाएगी

ताज रामबाग पैलेस जयपुर

साल अठारहसौपैंतीस में बनाया गया ये शानदार महल लगभग 120 सालों तक जयपुर के महाराजा का परमानेंट रैजीडेंस रहा है। जिसे साल 1957 में महाराजा सवाई मान सिंह ने आलीशान होटल में बदल दिया था। 47 एकड़ में फैले इस आलीशान महल में कई आलीशान सुईट, मार्बल के गलियारे, हवादार बरामदे और राजसी गार्डन हैं. इसके साथ ही आपको यहां पोलो गोल्फ, स्पा, जकूजी, इंडोर आउटडोर स्विमिंग, वॉकिंग ट्रेल, फिटनेस हब, योग आदि की सुविधा भी मिल जाएगी। बलुआ पत्थर और संगमरमर से बना रामबाग पैलेस उस समय की अद्भुत वास्तुकला का एक बेहतरीन नमूना है, जिसके चलते इसे 'जयपुर का गहना' के रूप में भी जाना जाता है। इस पैलेस में आज भी मेहमानों को सोने और चाँदी के बर्तनों में खाना परोसा जाता है। हाल ही में रामबाग पैलेस को दुनिया के नंबर 1 होटल होने का खिताफ भी मिला है। रामबाग महल में अलग-अलग सुइट और रुम हैं, जिसमे सुख निवास, महारानी सुईट एंड सूर्यवंशी सुईट आदि सबसे खास माने जाते हैं। यहां एक रात रुकने का किराया 30 हजार से शुरू है, वहीं यहां के सुइट्स का किराया 3 से 10 लाख के बीच होता है। हालाँकि यहां की कीमतों में सीजन और त्योहारों के अनुरूप कई उतार चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं। 

उम्मेद भवन पैलेस होटल जोधपुर

राजस्थान के जोधपुर ज़िले में स्थित उम्मेद भवन पैलेस दुनिया के सबसे बड़े निजी महलों में से एक है। उम्मेद भवन पैलेस का निर्माण महाराजा उम्मेद सिंह ने वर्ष 1929 में शुरू करवाया था, जो साल 1943 में पुरा हुआ । उस समय इसके निर्माण में लगभग 11 करोड़ रुपए खर्च हुए थे। उम्मेद भवन पैलेस को दुनिय का सबसे मशहूर वास्तुकारों में से एक हेनरी वॉन लानचेस्टर ने डिजाइन किया था । बलुआ पत्थर और संगमरमर से तैयार यह महल मध्यकाल की अद्भुत कला का एक जीता-जागता उदहारण है। इस महल को मुख्यतः 3 भागो में बांटा गया है जिसमे पहला शाही परिवार का निवास, दूसरा ताज पैलेस होटल और तीसरा संग्रहालय है।  26 एकड़ भूमि क्षेत्र में फैले इस महल में लगभग 347 कमरे, सिंहासन कक्ष, निजी मीटिंग हॉल, दरबार हॉल, दावतखाना, निजी डाइनिंग हॉल, बॉल रूम, लाइब्रेरी, इनडोर स्विमिंग पूल और इत्यादि चीजे सम्मिलित है. इस महल के एक हिस्से को साल 1971 में होटल में तब्दील कर दिया गया, जिसमें लगभग 70 से अधिक कमरे हैं। वर्तमान में इस महल में स्थित होटल को “ताज ग्रुप ऑफ होटल्स” द्वारा चलाया जाता है जिस कारण se इसे “ताज उम्मैद भवन पैलेस जोधपुर” भी कहा जाता है. यहां के साधारण कमरों का किराया करीब 36000 से शुरू होता है, जो महाराज सुइट, महारानी सुइट और हिस्टोरिकल सुइट के लिए 6 से 8 लाख तक हो सकता है। यहां गेस्ट का पारंपरिक हाई टी के साथ पगड़ी बांध कर होने वाला शाही स्वागत देसी और विदेशी पर्यटकों में काफी मशहूर है। 

ताज लेक पैलेस होटल उदयपुर 

उदयपुर के लेक पिचोला पर स्थित ताज लेक पैलेस होटल को मेवाड़ का गहना भी कहा जाता है। 18वीं सदी में बनाया गया ये पैलेस असल में उदयपुर का जल महल है, जिसे सत्रहसौछियालीस में महाराजा जगत सिंह द्वितीय ने बनाया था। ताज लेक पैलेस पूरी तरह से मार्बल से बना हुआ है और आप यहां सिर्फ नाव के जरिए ही पहुंच सकते हैं। 1955 तक यह पैलेस उदयपुर महाराणा परिवार के सदस्यों के लिए गर्मियों की आरामगाह हुआ करता था, लेकिन साल 1959 में इसे होटल बनाने का काम शुरू हुआ। ताज लेक पैलेस होटल 65 कमरों और 18 ग्रैंड स्वीट्स के साथ लेक पिचोला पर खड़ा हुआ है। यहां पर आपको 18वीं सदी का आर्किटेक्चर मिलेगा और कई सारे इंस्टाग्राम पिक्चर परफेक्ट स्पॉट्स भी दिखेंगे। यहां के सबसे खूबसूरत और खास सुइट्स में मयूर महल, ग्रैंड प्रेसिडेंशियल सुइट और लेक सुइट शामिल हैं। यहां के साधारण रूम का किराया लगभग 50000 से शुरू होता है जो सुइट्स के लिए 12 से 15 लाख तक हो सकता है। 

फतेह प्रकाश पैलेस होटल उदयपुर

उदयपुर में पिछोला झील और अरावली की पहाड़ियों के बीच बसा फतेह प्रकाश पैलेस मूल रूप से उदयपुर सिटी पैलेस का एक हिस्सा है। इस शानदार महल और होटल का निर्माण सन अठारहसौचौरासी में महाराजा फतेह सिंह ने शुरू करवाया था, जो साल 1930 में पूरा हुआ। फतेह प्रकाश महल आधुनिक भारत की वास्तुकला का एक उत्कृष्ट नमूना है। भारत के सर्वश्रेष्ठ हेरिटेज होटल के रूप में प्रमाणित इस होटल को मुख्य रूप से इसकी वास्तुकला, अनोखी पेंटिंग्स, कलाकृतियों और दृश्यों के लिए जाना जाता है। यहां कुल 21 डोवकोट कमरे और 44 डोवकोट प्रीमियर सुइट हैं, जिनमे आपको सभी देशी और विदेशी सुविधाएँ मिल जाएगी।  यहां के साधारण रूम का किराया लगभग 18000 से शुरू होता है जो सुइट्स के लिए 2 से 3 लाख तक हो सकता है। 

जगत निवास पैलेस उदयपुर

भारत के उदयपुर में पिछोला झील के पूर्वी तट पर स्थित जगत निवास पैलेस होटल को एक वास्तुशिल्प चमत्कार माना जाता है।  इस महल का निर्माण मूल रूप से 17वीं शताब्दी में महाराणा जगत सिंह द्वितीय ने अपने और अपने मेहमानों के लिए एक मनोरंजन महल के रूप में करवाया था। सदियों से यह शाही निवास एक शिकारगाह और बाद में उदयपुर के प्रधानमंत्री के घर के रूप में कार्य करता रहा है। 20वीं शताब्दी की शुरुआत में इसे एक होटल में बदल दिया गया और तब से यह दुनिया भर से मेहमानों का स्वागत कर रहा है। जगत निवास पैलेस को 2012 में हॉलीवुड फिल्म 'द बेस्ट एक्सोटिक मैरीगोल्ड होटल' में भी दिखाया गया था। इस होटल में कुल 29 कमरे हैं, जिसमे हवेली रूम्स, जगत सुइट्स, प्रेसिडेंशियल सुइट्स और हेरिटेज रूम को सबसे खास माना जाता है। यहां के नॉर्मल कमरे के लिए आपको लगभग 50000 और सुइट्स के लिए करीब 2 से 3 लाख रूपये चुकाने पड़ सकते हैं। 

नीमराना किला महल अलवर

ऐतिहासिक शहर अलवर में स्थित नीमराना फोर्ट पैलेस 15वीं सदी का एक शानदार किला है, जिसे अब एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है। राजस्थानी और मुगल शैलि ki अद्भुत वास्तुकला के इस आलीशान किले का निर्माण राजपूत राजा पृथ्वीराज चौहान तृतीय द्वारा साल चौदहसौचौंसठ में करवाया गया था। 1986 में शुरू हुए जीर्णोद्धार के बाद इस किले को साल 1991 में 15 कमरों वाले हेरिटेज होटल के रूप में खोला गया, आज इस महल में 78 कमरे और सुइट हैं जो अपनी वास्तुकला, उद्यानों और दृश्यों के लिए जाने जाते हैं। अरावली पहाड़ियों के बीच बसे इस किले के नौ भाग हैं, जिनमें से प्रत्येक में अलग-अलग प्रकार के कमरे हैं। यहां के हर एक कमरे को विशिष्ट नाम से बुलाया जाता है जिसके अंत में महल शब्द का इस्तेमाल जरूर होता है। यहां के कुछ सबसे मशहूर सुइट्स में देव महल, उमा विलास महल, हरा महल, चंद्र महल, फ्रांसिसी महल और शीला महल शामिल हैं। यहां नॉर्मल रूम में एक रात रुकने का किराया 10 से 12 हजार और सुइट्स में रुकने का किराया 30 से 40 हजार के करीब हो सकता है। 

लक्ष्मी निवास पैलेस भरतपुर,

भरतपुर में स्थित लक्ष्मी निवास पैलेस राजस्थान की वास्तुकला, भव्यता और वैभव का ek सच्चा प्रमाण है। यह महल मुगल और राजपूत स्थापत्य शैली का एक अद्भुत मिश्रण है, जिसे अठारहसौसत्तावन में भरतपुर के राजा रघुनाथ सिंह के लिए बनवाया गया था। लक्ष्मी विलास पैलेस हेरिटेज होटल को साल 1994 में एक महल से होटल में बदल दिया गया था। भरतपुर पक्षी अभयारण्य से सिर्फ 1 किलोमीटर दूर स्थित इस प्रीमियम हेरिटेज होटल में 75 कमरे हैं जिन्हें क्लासिक रूम और रॉयल सुइट्स की दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है। लक्ष्मी विलास पैलेस एक शानदार विरासत का अनुभव है जो अपनी वास्तुकला, चित्रकारी, बड़े-बड़े बगीचों और प्राकृतिक सुंदरता से पर्यटकों का दिल जीत लेता है। यहां के क्लासिक रूम में एक रात रुकने का खर्च 7 से 10 हजार और रॉयल सुइट्स में रुकने का खर्चा करीब 25 हजार है। 

लालगढ़ पैलेस हेरिटेज होटल बीकानेर,

राजस्थान के सबसे शानदार हेरिटेज होटल्स में शामिल लालगढ़ पैलेस हेरिटेज होटल, जटिल मुगल और राजपूत वास्तु शिल्प कला का ek भव्य उदहारण है। इस महल का निर्माण साल 1902 में बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह ने अपने पिता महाराजा लाल सिंह की याद में नाजुक पत्थर की नक्काशी और लाल बलुआ पत्थर से करवाया था। इस महल की बनावट कुछ इस तरह से की गयी है कि इसके आगे के भाग में राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और विरासत दिखती है, तो इसके पिछले भाग में गुंबद और झरोखें स्थानीय कारीगरों की कुशल और अद्भुत कारीगरी दिखाते है । राजपूत, मुगल और यूरोपीय स्थापत्य शैली के इस मिश्रण का उपयोग शुरुवात में महाराजा और उनके मेहमानों के लिए शिकारगाह के रूप में किया जाता था, हालाँकि बाद में इसे महल में बदल इसका इस्तेमाल शाही परिवार के निवास के रूप में किया जाने लगा। साल 1940 में इस महल को एक होटल में परिवर्तित कर इसे मेहमानों के लिए खोल दिया गया। लालगढ़ पैलेस हेरिटेज होटल में लगभग 58 कमरे हैं, जिनकी कीमत 6000 रुपये से शुरू होकर 50000 रुपये प्रति रात्रि तक जा सकती है।

नाहरगढ़ रणथंभौर हेरिटेज होटल रणथंभौर,

अरावली पहाड़ियों में बसा नाहरगढ़ रणथंभौर राजस्थान का एक आलीशान हेरिटेज होटल है jo इस क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक स्थायी प्रमाण है। इसकी ऊंची दीवारों से पर्यटक रणथंभौर के आसपास के जंगलों की लुभावनी सुंदरता को देख सकते हैं । इस किले का निर्माण साल सत्रहसौचौंतीस में जयपुर के संस्थापक महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था के एक हिस्से के रूप में आमेर और जयगढ़ किले के साथ करवाया था। किले का मूल नाम सुदर्शनगढ़ था, लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर नाहरगढ़ किला कर दिया गया, जिसका अर्थ 'बाघों का निवास' होता है। 19वीं शताब्दी के अंत में महाराजा सवाई माधो सिंह ने इसका विस्तार कर इसमें महल परिसर, उद्यान और जलाशय को शामिल किया, जिसके कुछ दशकों बाद इसे एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया। इस शाही होटल के कमरों को 2 श्रेणियों में विभाजित किया गया है जो किंग साइज़ डीलक्स और सुपर डीलक्स के नाम से जाने जाते हैं। इस शानदार हेरिटेज होटल में एक रात रुकने का खर्च 20 से 50 हजार के करीब हो सकता है। 

सामोद हवेली हेरिटेज होटल जयपुर,

राजस्थान के सबसे ज़्यादा पसंद किए जाने वाले हेरिटेज होटलों में से एक सामोद हवेली जयपुर शहर के बीचों-बीच स्थित है। इस हवेली का निर्माण लगभग डेढ़ सौ साल पहले रावल शियो सिंहजी ने करवाया था, जो सामोद के शाही परिवार के सदस्य और जयपुर दरबार में प्रधानमंत्री थे। कई सौ वर्षों का समृद्ध इतिहास रखने वाली इस अद्भुत ईमारत को मुगल और राजस्थानी वास्तुकला के अभूत मिश्रण से बनाया गया है। बड़े बड़े बगीचों और अरावली की पहाड़ियों से घिरी इस हवेली को साल 1988 में एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया था। इस हेरिटेज होटल में कुल 29 सुसज्जित कमरे और सुइट हैं, जिसमे महाराजा और महारानी सुइट को सबसे बेस्ट माना जाता है। यहां एक रात रुकने का खर्च 15 हजार से 50 हजार तक हो सकता है। 

तो दोस्तों ये थे राजस्थान के कुछ सबसे मशहूर होटल्स, वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, अगर आपको यह वीडियो पसंद आया तो प्लीज कमेंट कर अपनी राय दें, चैनल को सब्सक्राइब करें, वीडियो को लाइक करें, और अपने फ्रेंड्स और फेमिली के साथ इसे जरूर शेयर करें।

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