Samachar Nama
×

ऋषिकेश में इन Lesser Known झरने और नदियों को करें एक्सप्लोर

GG

भीड़ से थोड़ा दूर, प्रकृति के साथ कुछ निजी और सुकून भरे पल बिताने के लिए आपको ऋषिकेश के उन छिपे हुए जल स्थलों को जरूर देखना चाहिए जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। अगर आप भी उन जगहों को एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो आपको हमारा ये आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए।

ऋषिकेश से करीब 5-6 किलोमीटर दूर स्थित यह जलप्रपात अब धीरे-धीरे लोगों की नज़रों में आ रहा है, लेकिन इसका दूसरा हिस्सा अभी लोगों की नज़रों में नहीं है। इसे अपर नीर जलप्रपात के नाम से जाना जाता है। यह आपको मुख्य नीरगढ़ क्षेत्र से ऊपर की ओर एक छोटे से ट्रेक के बाद मिलेगा। यहाँ पहाड़ियों से बहता पानी एक प्राकृतिक कुंड बनाता है, जिसमें आप आराम से बैठ सकते हैं।

लक्ष्मण झूले से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जलप्रपात न केवल ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए बल्कि प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक बेहतरीन विकल्प है। यहां पहुंचने के लिए 1.5 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है, जो घने जंगलों से होकर गुजरती है। गुरु पूर्णिमा और शिवरात्रि जैसे त्योहारों पर यहां थोड़ी भीड़ हो सकती है, लेकिन बाकी समय यह जगह शांत और सुकून देने वाली होती है। झरने के नीचे एक छोटा सा पानी का कुंड नहाने और तरोताजा होने के लिए एकदम सही है।

 अपने परिवार के साथ यहां पिकनिक मना सकते हैं। पटना वॉटर फॉल ऋषिकेश में पटना वॉटर फॉल नाम से आपको बिहार की याद आ सकती है, लेकिन यह पटना वॉटर फॉल ऋषिकेश के पास एक ऐसी जगह है, जो अभी भी पर्यटन मानचित्र से दूर है। लक्ष्मण झूले से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह जगह वैष्णो देवी मंदिर के रास्ते में पड़ती है। करीब 1 किलोमीटर की चढ़ाई के बाद आपको यह झरना दिखाई देगा, जो गुफाओं से होकर बहता है। यहां की खास बात इसके चारों ओर की गुफाएं और चट्टानों से निकलती पानी की धाराएं हैं। अगर आपको फोटोग्राफी, मेडिटेशन या बस चुपचाप बैठने का शौक है, तो यह जगह आपके लिए एकदम सही है। 

अगर आप भी गंगा के किनारे बैठकर ध्यान लगाना चाहते हैं, लेकिन त्रिवेणी घाट या परमार्थ निकेतन की भीड़ से बचना चाहते हैं, तो फूल चट्टी और उसके आस-पास के घाटों को एक्सप्लोर करें। यह जगह गंगा के किनारे बसी है और यहां बहुत कम लोग आते हैं। यहां के पानी के बहाव में आपको वो शांति मिलेगी, जो शहरों की थकान को पूरी तरह से धो देती है।

यहां कई छोटे-छोटे प्राकृतिक कुंड हैं, जहां आप आराम से पैर ऊपर करके बैठ सकते हैं। कोई सेल्फी स्टिक लेकर नहीं आता, कोई तेज आवाज में संगीत नहीं बजता...आप बस बहती गंगा को देखते हुए आराम कर सकते हैं।

नीरगढ़ी जलप्रपात: टैक्सी या स्कूटी से ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे से पहुंचा जा सकता है। नीचे एक छोटा सा टिकट काउंटर है, वहां से आप करीब 15-20 मिनट की ट्रैकिंग करके इस जगह तक पहुंच सकते हैं।

गरुड़ चट्टी: लक्ष्मण झूले से यहां जाने के लिए आपको टैक्सी मिल जाएगी। यह जगह नीलकंठ रोड पर है। इसके बाद एक छोटा जंगल ट्रेक है, जो सीधे झरने तक जाता है।
पटना वाटर फॉल: वैष्णो देवी मंदिर की ओर टैक्सी लें, वहां से 1 किमी का छोटा ट्रेक शुरू होता है जो झरने तक जाता है। अगर आप किसी से पूछेंगे तो आपको रास्ता आसानी से बता दिया जाएगा।
फूल चट्टी: ऋषिकेश से आगे तपोवन या नीलकंठ रोड से टैक्सी द्वारा पहुंचा जा सकता है। यह जगह गरुड़ चट्टी के पास स्थित है। गंगा के किनारे कम प्रसिद्ध घाटों के लिए सीधा रास्ता है।
अगर आप अगली बार ऋषिकेश जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन जगहों को कम से कम 2 दिन जरूर दें। जब आप यहां से वापस आएंगे, तो आपके पास इंस्टाग्राम के लिए तस्वीरें ही नहीं होंगी, बल्कि बहुत सारी ऊर्जा भी होगी।

Share this story

Tags