अगर आप भी वीकेंड पर बना रहे हैं ऋषिकेश जाने की योजना तो हो जाए सावधान, मजे से ज्यादा सजा मिल जाएगी, ये है वजह

ट्रेवल न्यूज़ डेस्क !!! ऋषिकेश इतनी सुंदर जगह है कि सभी को जीवन में एक ना एक बार यहां जरूर जाना चाहिए. ऋषिकेश में देखने लायक बहुत कुछ है. आप यहां जाकर त्रिवेणी घाट, ऋषिकुंड, भरत मंदिर, स्वर्ग आश्रम, स्वर्ग आश्रम, नीलकंठ महादेव मंदिर आदि घूमने जा सकते हैं. शाम की गंगा आरती अटेंड कर सकते हैं. साथी रिवर राफ्टिंग का मजा भी ले सकते हैं, लेकिन ऐसा कहा जाता है ना जिस चीज के फायदे हैं उसके नुकसान भी है अगर आप वीकेंड में ऋषिकेश जाने का प्लान कर रहे हैं तो आपको इसको वीक डेज में कर देना चाहिए अगर आप वीकेंड में वहां मजा करने का सोच कर जा रहे हैं तो यह आपके लिए सजा भी बन सकता है. आईए जानते हैं कैसे.
गर्मियों में अगर हमें एक दिन की भी छुट्टी मिलती है, तो सभी पर्यटन स्थलों पर जाने का प्लान बनाते हैं. ऐसे में दिल्ली, एनसीआर और अन्य स्थानों से सभी लोग ऋषिकेश पहुंचने की कोशिश करते हैं ताकि वे पहाड़ों का आनंद ले सकें. कभी-कभी वींकेड पर आराम करने और वक़्त बिताने का सपना ट्रैफिक जाम की वजह से खराब हो जाता है. दिल्ली से ऋषिकेश की दूरी ज्यादा नहीं है केवल 255 किलोमीटर है, जिस कारण वीकेंड में बहुत से लोग यहां जाने का प्लान बनाते हैं और भीड़ इतनी ज्यादा हो जाती है कि लोग यहां एंजॉय नहीं कर पाते.
भीड़ इतनी ज्यादा हो जाती है कि होम स्टे, होटल और धर्मशाला मिलना भी मुश्किल हो जाता है और मिलने के बावजूद उसका रेट इतना ज्यादा हो जाता हैं कि पहले की तुलना में वह डबल होता है. अगर कोई धर्मशाला आपको 500 रुपये एक रात के लिए मिल रहा है, लेकिन भीड़ देखते हुए उसका रेट 1000 रुपये कर दिया जाता है. अगर आप भी वीकेंड में जाने का सोच रहे हैं तो हम आपको यह सलाह देंगे कि आप होटल होमस्टे या धर्मशाला पहले ही बुक कर कर जाएं. अन्यथा आपको वहां परेशानी का सामना करना पड़ सकता है
रिवर राफ्टिंग के समय भी इतनी ज्यादा भीड़ हो जाती है कि आपको काफी देर इंतजार करना पड़ सकता है. साथ ही भीड़ के कारण मजा भी किरकिरा सा हो जाता है, जिस कारण आप अच्छे से इंजॉय नहीं कर पाते साथी फोटो नहीं ले पाते और भी काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. भीड़ को देखते हुए रिवर राफ्टिंग के भी पैसे बढ़ा दिए जाते हैं अगर आप वीकेंड में जाएंगे तो सोच लीजिए आपको अपने जेब से ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे.रिवर राफ्टिंग का क्रेज इतना ज्यादा हो जाता है कि लोग ज्यादा पैसे देने को भी तैयार हो जाते हैं.
पहाड़ों पर गाड़ी चलाना वैसे भी बहुत ही मुश्किल होता है. अगर ऐसे में आप सोचिए कि वहां पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कटारे लग जाए तो और कितना मुश्किल हो जाएगा. अगर आप वीकेंड पर जाते हैं तो आपको दोगुना घंटों का सफर करना पड़ सकता है. आमदार पर दिल्ली से ऋषिकेश जाने के लिए 5 से 6 घंटे लगते हैं, लेकिन वीकेंड में इतना ट्राफिक जाम हो जाता है कि गाड़ी से जाने पर आपको यह सफर तय करने पर 12 घंटे लग जाएंगे.