
छत्रपति शिवाजी महाराज भारतीय इतिहास के एक महान योद्धा और रणनीतिकार थे, जिन्होंने मराठा साम्राज्य की नींव रखी थी। उनकी बहादुरी, बुद्धिमत्ता और प्रशासनिक कौशल ने उन्हें एक अमर व्यक्तित्व बना दिया।शिवाजी महाराज ने अपने साम्राज्य की सुरक्षा और विस्तार के लिए कई किलों (शिवाजी महाराज से जुड़े किले) का निर्माण और जीर्णोद्धार कराया। ये किले न केवल सैन्य दृष्टि से महत्वपूर्ण थे बल्कि उनकी रणनीतिक सोच के भी प्रतीक थे। इनमें से 12 किलों को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दिलाने की पहल चल रही है। आइये जानते हैं शिवाजी महाराज से जुड़े 12 प्रमुख किलों के बारे में।
शिवाजी महाराज के प्रसिद्ध किले
रायगढ़ किला- महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित यह किला शिवाजी महाराज की राजधानी थी। इसे 'पूर्व का जिब्राल्टर' भी कहा जाता है। यह किला अपनी अभेद्य संरचना और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
सिंधुदुर्ग किला- यह किला महाराष्ट्र के मालवण तट पर स्थित है और अरब सागर में बना है। इसका निर्माण शिवाजी महाराज ने समुद्री हमलों से सुरक्षा के लिए करवाया था। यह किला अपनी वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
तोरणा किला- पुणे के पास स्थित यह किला शिवाजी महाराज द्वारा जीता गया पहला किला था। यह किला मराठा साम्राज्य के उत्थान का प्रतीक माना जाता है।
राजगढ़ किला- पुणे जिले में स्थित यह किला शिवाजी महाराज की शक्ति और सामरिक रणनीति का प्रतीक है। यह किला अपनी ऊंचाई और मजबूत संरचना के लिए प्रसिद्ध है।
शिवनेरी किला- यह किला शिवाजी महाराज का जन्मस्थान है। पुणे के निकट स्थित यह किला ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।
साल्हेर किला- नासिक जिले में स्थित यह किला मराठा साम्राज्य की सैन्य शक्ति का प्रतीक है। यह किला अपनी ऊंचाई और सुरक्षा व्यवस्था के लिए जाना जाता है।
सिंहगढ़ किला- पुणे के पास स्थित यह किला तानाजी मालुसरे की बहादुरी की गाथा के लिए प्रसिद्ध है। यह किला मराठा इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
लोहागढ़ किला- महाराष्ट्र के भिवंडी क्षेत्र में स्थित यह किला अपनी अभेद्य संरचना के लिए जाना जाता है। इसे 'विशाल किला' भी कहा जाता है।
पन्हाला किला- कोल्हापुर के पास स्थित यह किला मराठा साम्राज्य का सबसे बड़ा किला है। यह किला अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है।
अंकाई-टंकाई किला - नासिक जिले में स्थित यह किला दो पहाड़ियों पर बना है। यह किला अपनी प्राकृतिक सुन्दरता और सामरिक महत्व के लिए जाना जाता है।
पद्मदुर्ग किला- रत्नागिरी जिले में स्थित इस किले का निर्माण समुद्री हमलों से सुरक्षा के लिए किया गया था। यह किला अपनी अनोखी संरचना के लिए जाना जाता है।
प्रतापगढ़ किला - सतारा जिले में स्थित यह किला शिवाजी महाराज की सैन्य रणनीति का प्रतीक है। यह किला अपनी ऐतिहासिक लड़ाइयों के लिए जाना जाता है।