प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं छतीसगढ़ की ये जगह, अभी बनाएं घूमने का प्लान
छत्तीसगढ़ देश का एक प्रमुख एवं सुन्दर राज्य है। छत्तीसगढ़ का गठन वर्ष 2000 में मध्य प्रदेश से अलग होकर हुआ था। इस राज्य को देश में 'धन का कटोरा' भी कहा जाता है।त्तीसगढ़ देश का एक ऐसा राज्य है जो विशाल वनों से घिरा हुआ है। यह राज्य अपने घने जंगलों के साथ-साथ प्राचीन मंदिरों, इमारतों और झीलों-झरनों के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध माना जाता है। इसलिए यह राज्य कई पर्यटकों के लिए एक गंतव्य केंद्र बनता जा रहा है।
मदकू द्वीप की खासियत और खूबसूरती के बारे में आपको बताने से पहले हम आपको बता दें कि यह द्वीप छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित है। यह बिलासपुर मुख्य शहर से लगभग 37 किमी दूर है। यह शिवनाथ नदी पर स्थित एक खूबसूरत द्वीप है। कई लोग इस द्वीप को केदार द्वीप के नाम से भी जानते हैं।आपकी जानकारी के लिए हम यह भी बता दें कि मदकू द्वीप छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 86 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा यह छत्तीसगढ़ के रतनपुर से करीब 62 किमी और कोरबा से करीब 149 किमी दूर है।
छत्तीसगढ़ में मदकू द्वीप एक ऐसा स्थान है, जो पर्यटकों की नजरों से भी दूर है। इसलिए कई लोग इस द्वीप को छत्तीसगढ़ का खूबसूरत खजाना मानते हैं। इस द्वीप की सुन्दरता देखकर हर कोई आश्चर्यचकित रह जाता है।शिवनाथ नदी पर स्थित मदकू द्वीप भी अपनी अनोखी आकृति के लिए जाना जाता है। जी हां, इस द्वीप के बारे में कहा जाता है कि यह मेंढक जैसा दिखता है। इसके अलावा यह द्वीप अपने कई प्राचीन मंदिरों के लिए भी जाना जाता है।
ऐसा कहा जाता है कि इसका नाम ऋषि मदकु के नाम पर रखा गया है। इसके अलावा इस द्वीप को ऋषि माण्डूक्य की तपस्थली भी माना जाता है।मदकू द्वीप शिवनाथ नदी के मध्य में स्थित है और नदी के मध्य में स्थित होने के कारण यह द्वीप प्राकृतिक सौन्दर्य का असीम भण्डार माना जाता है। यहां चारों ओर हरियाली है और नदी की मधुर ध्वनि सुनी जा सकती है। यहां का शांत एवं शुद्ध वातावरण पर्यटकों को बहुत लुभाता है।