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अगर आप भी वाराणसी में करना चाहते हैं नाव की सवारी, तो पहले जान लें किराया और टाइमिंग के बारे में सबकुछ

जब उत्तर प्रदेश में स्थित सबसे पवित्र और लोकप्रिय तीर्थ स्थानों की बात आती है, तो लाखों लोग सबसे पहले वाराणसी का नाम लेते हैं। वाराणसी को देश......
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जब उत्तर प्रदेश में स्थित सबसे पवित्र और लोकप्रिय तीर्थ स्थानों की बात आती है, तो लाखों लोग सबसे पहले वाराणसी का नाम लेते हैं। वाराणसी को देश का सबसे प्राचीन शहर भी माना जाता है।गंगा नदी के तट पर स्थित वाराणसी प्राचीन काल से ही हिंदुओं का पवित्र तीर्थ स्थल रहा है। देश के कोने-कोने से भक्तजन मुक्ति और शुद्धि के लिए यहां आते हैं।जिस प्रकार वाराणसी शहर काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, उसी प्रकार वाराणसी से होकर बहने वाली गंगा नदी भी पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। जब भी पर्यटक काशी मंदिरके दर्शन के लिए आते हैं, तो वे गंगा नदी के तट पर कुछ समय अवश्य बिताते हैं।वाराणसी में गंगा नदी अपनी सुंदरता के साथ-साथ नाव की सवारी के लिए भी प्रसिद्ध है। वाराणसी पहुंचने वाला लगभग हर पर्यटक गंगा में नाव की सवारी जरूर करना चाहता है।

अगर आप भी वाराणसी में गंगा में नाव की सवारी करना चाहते हैं तो इस लेख में हम आपको किराया, समय और अन्य सभी जानकारी बताने जा रहे हैं।वाराणसी में नाव की सवारी करने से पहले यह जानना बहुत जरूरी है कि नाव की सवारी कहां-कहां की जा सकती है। ऐसे में आपको बता दें कि वाराणसी में कई ऐसी जगहें हैं, जहां श्रद्धालु और अन्य पर्यटक नाव की सवारी का अद्भुत आनंद उठा सकते हैं।

वाराणसी में आप अस्सी घाट, गंगा महल घाट, तुलसी घाट, मणिकर्णिका घाट, दशाश्वमेध घाट, पंचगंगा घाट और आदि केशव घाट के तट पर नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं। यहां कई बोट क्लब हैं, जो पर्यटकों को नाव की सवारी की सुविधा प्रदान करते हैं।वाराणसी में आप कहां-कहां नाव की सवारी कर सकते हैं, यह जानने के बाद अब समय जान लेते हैं। ऐसा कहा जाता है कि वाराणसी में नाव की सवारी गर्मियों में सुबह 5 बजे से और सर्दियों में सुबह 6 बजे के बाद शुरू होती है।

वाराणसी उत्तर प्रदेश का एक ऐसा शहर है जहां पर्यटक दिनभर नावों की सवारी करते रहते हैं। खासकर किसी भी तीज-त्यौहार के अवसर पर सबसे ज्यादा पर्यटक नाव की सवारी करने के लिए पहुंचते हैं।खबरों के मुताबिक, वाराणसी में नाव की सवारी का किराया अलग-अलग है। कहा जाता है कि अगर कोई एक नाव की सवारी करता है तो 15-20 मिनट के लिए एक व्यक्ति का किराया 300-500 रुपये के आसपास हो सकता है। यदि कोई समूह में नाव की सवारी करता है तो किराया 100-200 रुपये प्रति व्यक्ति है।

हालांकि, कई लोगों का मानना ​​है कि वाराणसी में नाव की सवारी का शुल्क भी मौसम और मांग के अनुसार बदलता रहता है। जब भीड़ अधिक होती है तो किराया भी बढ़ जाता है।वाराणसी को एक ऐसा शहर भी माना जाता है जहां कोई भी गाइड के साथ नाव की सवारी का आनंद ले सकता है। हालाँकि, गाइड का अपना किराया होता है। वाराणसी में मोटर बोट और हस्तचालित नावों की भी सवारी की जा सकती है।

वाराणसी देश का एक ऐसा शहर है जो एक नहीं बल्कि कई तरह की नाव यात्राओं के लिए जाना जाता है। जी हां, ऐसा कहा जाता है कि पर्यटक यहां अन्य अद्भुत और मजेदार सवारी का आनंद ले सकते हैं जैसे वाराणसी में सुबह की नाव की सवारी, गंगा आरती के दौरान नाव की सवारी और काशी दर्शन नाव की सवारी।आपकी जानकारी के लिए हम यह भी बता दें कि देव दीपावली के दौरान भी वाराणसी में नाव की सवारी का अद्भुत आनंद लिया जा सकता है। यहां आप सूर्योदय के समय नाव की सवारी का भी आनंद ले सकते हैं।

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