दुनिया के ऐसे पांच आतंकी जिनकी सरेआम की गई हत्या, यहां जानिए कनाडा से लेकर काबुल तक मारे गए आतंकियों की काली कहानी

पाकिस्तान को चाहे जितनी भी बार चेतावनी दी जाए या सबक सिखाया जाए, लेकिन वह अपनी आतंकी सोच और हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब एक बार फिर पाकिस्तान की पहचान एक टेररिस्तान के रूप में सामने आई है। इसकी ताजा मिसाल है 20 साल का पाकिस्तानी नागरिक शाहजेब खान, जिसे कनाडा से प्रत्यर्पित कर अमेरिका भेजा गया, जहां उसने न्यूयॉर्क के ब्रुकलिन स्थित यहूदी सेंटर पर आतंकी हमले की साजिश रची थी। अमेरिका की जांच एजेंसी के अनुसार यह पाकिस्तान की धरती से संचालित आतंकवाद का एक और खतरनाक चेहरा है।
शाहजेब खान: यहूदी सेंटर पर हमला करने की साजिश
शाहजेब खान की साजिश अमेरिका के यहूदी समुदाय पर हमला करने की थी। यह अमेरिका के लिए ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है कि कैसे पाकिस्तान से निकलकर आतंकवादी मानसिकता युवाओं को जहरीले रास्तों पर धकेल रही है। अमेरिका की एफबीआई और अन्य खुफिया एजेंसियों को पुख्ता सबूत मिले थे कि वह आतंकवादी संगठन के इशारों पर काम कर रहा था। इसके बाद कनाडा से प्रत्यर्पण कर उसे अमेरिका लाया गया।
पाकिस्तान में और भी मारे गए कई नामी आतंकी
शाहजेब खान का मामला कोई अकेला नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान में ही कई खूंखार आतंकियों की हत्या हुई है — जो कि या तो भारत के वॉन्टेड थे या दुनिया के।
1. हरदीप सिंह निज्जर – कनाडा में ढेर
जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा में गुरुद्वारे की पार्किंग में हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। निज्जर भारत में वांछित आतंकवादी था और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) जैसे संगठन से जुड़ा था। वह खालिस्तान के नाम पर भारत के खिलाफ अभियान चलाता था और 2020 में उसने “खालिस्तान रेफरेंडम” की साजिश भी रची थी।
2. परमजीत सिंह पंडवड़ – पाकिस्तान में खत्म
खालिस्तानी कमांडो फोर्स का सरगना रहा परमजीत सिंह, जो पाकिस्तान में पनाह लिए बैठा था, को 2023 में लाहौर में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। यह आतंकी भारत में VIP नेताओं पर हमले की साजिशें, ड्रग्स की तस्करी, और सांप्रदायिक उकसावे जैसी गतिविधियों में लिप्त था।
3. बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज – हिजबुल का लॉन्चर
यह नाम हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा हुआ है। बशीर पीर पाकिस्तान में आतंकियों के लिए लॉजिस्टिक और ट्रेनिंग नेटवर्क तैयार करता था। उसे भी पाकिस्तान में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी।
4. एजाज अहमद अहंगर – "आतंक की किताब" कहा जाता था
इस खतरनाक आतंकी की 22 फरवरी 2023 को काबुल में हत्या कर दी गई थी। एजाज का संबंध अल कायदा और अन्य ग्लोबल आतंकी नेटवर्क्स से था। वह एक आइडियोलॉजिकल गाइड था और इंटरनेट पर प्रचार कर कई युवाओं को आतंकी बना चुका था।
5. सैयद खालिद रजा – अल-बद्र का पूर्व कमांडर
एक और खतरनाक चेहरा, सैयद खालिद रजा, जो कि अल बद्र आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ था। कराची में उसके घर के बाहर ही उसे गोली मार दी गई थी। वह पाकिस्तानी इंटेलिजेंस नेटवर्क से भी जुड़ा बताया जाता था।
क्यों बार-बार पाकिस्तान में मारे जा रहे हैं आतंकी?
इस लिस्ट से एक बात साफ है कि चाहे कनाडा हो, काबुल हो या लाहौर, इन तमाम जगहों पर पाकिस्तान-आधारित आतंकियों की हत्याएं किसी संगठित प्रयास की ओर इशारा करती हैं। ये हत्याएं बताती हैं कि दुनिया अब चुप नहीं बैठने वाली और आतंकी ठिकानों पर एक-एक कर वार हो रहे हैं।
भारत, अमेरिका, और अन्य देशों की सुरक्षा एजेंसियां अब आतंकियों को उनके सेफ जोन में भी सुरक्षित नहीं रहने दे रही हैं। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि ये हत्याएं या तो रॉ (RAW) जैसे गुप्त ऑपरेशनों का हिस्सा हो सकती हैं या फिर आतंकी संगठनों के आपसी टकराव का परिणाम भी। शाहजेब खान की गिरफ्तारी हो या निज्जर, पंडवड़, पीर और रजा की हत्या — एक बात साफ है कि पाकिस्तान अब आतंकी सोच और आतंकवादियों का गढ़ बन चुका है। "टेररिस्तान" की यह पहचान कोई नई नहीं, बल्कि बार-बार खुद पाकिस्तान के भीतर उजागर हो रही है। अब दुनिया की नजर पाकिस्तान पर और सख्त हो चुकी है। क्या पाकिस्तान अपने आतंकी नेटवर्क्स पर लगाम लगा पाएगा या यह देश खुद अपने बोए आतंक के बीजों से तबाह हो जाएगा? यही सबसे बड़ा सवाल है।