Samachar Nama
×

सीजीटीएन सर्वे : 5% रक्षा व्यय लक्ष्य ने नाटो का गतिरोध उजागर किया

बीजिंग, 25 जून (आईएएनएस)। विस्तार के लिए उत्सुक लेकिन सदस्यों के बीच विभाजित, नाटो के शिखर सम्मेलन की सौदेबाजी से पता चलता है कि यूरोपीय सुरक्षा सहमति हासिल करना कठिन है।
सीजीटीएन सर्वे : 5% रक्षा व्यय लक्ष्य ने नाटो का गतिरोध उजागर किया

बीजिंग, 25 जून (आईएएनएस)। विस्तार के लिए उत्सुक लेकिन सदस्यों के बीच विभाजित, नाटो के शिखर सम्मेलन की सौदेबाजी से पता चलता है कि यूरोपीय सुरक्षा सहमति हासिल करना कठिन है।

प्रस्तावित 5% रक्षा व्यय लक्ष्य ने यूएस-ईयू सुरक्षा विश्वास में दरार और नाटो सदस्य देशों के बीच गहरे विभाजन को और उजागर कर दिया है।

सीजीटीएन द्वारा किए गए एक वैश्विक सर्वेक्षण से पता चलता है कि 67.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने नाटो के त्वरित सैन्य विस्तार की निंदा की, उन्होंने चेतावनी दी है कि इससे नए हथियारों की दौड़ शुरू हो सकती है और वैश्विक शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से खतरा हो सकता है।

नाटो का विस्तार कितना महत्वाकांक्षी है? आंकड़ों के मुताबिक 2024 में वैश्विक सैन्य खर्च 27.2 खरब डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें नाटो का हिस्सा 15 खरब डॉलर था, जो दुनिया के कुल का 55 प्रतिशत था। वैश्विक सैन्य शक्ति में असंतुलन के बावजूद, नाटो सदस्यों पर रक्षा खर्च को जीडीपी के 5 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए दबाव डालना जारी रखे है।

जवाब में, 84.7 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि नाटो पूरी तरह से युद्ध मशीन बन गया है और 80.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि इसका तेज सैन्य विस्तार सतर्कता की मांग करता है।

इसके अलावा, 73.8 प्रतिशत उत्तरदाताओं को डर है कि 5% लक्ष्य हासिल करने से वैश्विक सैन्य असंतुलन में तेजी आएगी, जिससे विश्व शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा होगा।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

--आईएएनएस

एबीएम/

Share this story

Tags