गजकयूं तो गजक कई शहरों में मिलती है, लेकिन भारत के इस छोटे से शहर की गजक इतनी ज्यादा मशहूर है कि दूसरे शहरों में भी गजक बेचने के लिए लोग इसी शहर के नाम का इस्तेमाल करते हैं।
सर्दियों के समय में लोग गजक खाने के बड़े शौकीन होते है। अगर आपको भी गजक खाना बहुत पसंद है तो आपको मुरैना की गजक जरूर ट्राई करनी चाहिए।
मध्य प्रदेश का जिला मुरैना जिला मध्य प्रदेश में आता है, यह ग्वालियर से मात्र 46 किमी की दूरी पर है। यह शहर अपने यहां बनने वाली गजक के लिए काफी फेमस है।
विदेशों में भी फेमस मुरैना की गजक ना सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी बहुत पसंद की जाती है। दूसरे शहरों में भी लोग इसे मुरैना की गजक के नाम से बेचते हैं।
आप सोच रहे होंगे कि मुरैना की गजक में ऐसी क्या खास बात है, तो आज हम आपको इसकी खासियत से रूबरू करवाते हैं। मुरैना की गजक की खासियत का राज यहां के पानी में छिपा हुआ है।
कहा जाता है कि चंबल नदी के पानी में पाए जाने वाले खास तत्व यहां की गजक को बेहद स्वादिष्ट बनाते हैं, इसे सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद बताया जाता है।
गजक को बनाने में तिल और गुड़ का इस्तेमाल होता है जो सर्दियों में लोगों के लिए बहुत अच्छा होता है।
सर्दियों का मौसम शुरू होते ही मुरैना में गजक बनने का काम शुरू हो जाता है, और सर्दियां खत्म होने तक यह चलता रहता है।
गजक की कई वैरायटी अब आपको देखने को मिल जाएगी। इसमें गजक के लड्डू, पटरी रोल, समोसा गजक जैसी कई वैरायटी शामिल हैं। मुरैना के गजक कारीगरों की देशभर में भी बहुत डिमांड है।