फूटी कौड़ी, पाई-पाई का हिसाब, जेब में 4-आने नहीं - आपने इस तरह की कहावतें सुनी होंगी
ये सारी कहावतें पैसों से जुड़ी हैं। हम आपको बताएंगे कि कौड़ी, पाई, दमड़ी और आने का क्या मतलब होता है, जो पुराने समय की करेंसी हैं
आना से रुपया बनाफूटी कौड़ी से कौड़ी, कौड़ी से दमड़ी और दमड़ी से धेला बना। फिर धेला से पाई, पाई से पैसा, पैसा से आना और आना से रुपया बना
एक दमड़ी बनती थीं256 दमड़ी 192 पाई के बराबर होती थीं। 3 फूटी कौड़ी एक कौड़ी और 10 कौड़ी एक दमड़ी बनती थीं
दमड़ी या डेढ़ पाई से 1 धेला बनता था। वहीं 3 पाई एक पैसे के बराबर थीं। पहले चार पैसे का एक आना होता था
25 पैसे हुआ करते थे एक चवन्नी, जिसमें 4 आने होते थे। 16 आने का 1 रु बनता था
ये तमाम करेंसी सालों पहले चलन से बाहर हो चुकी हैं। मगर कुछ पुराने सिक्के बहुत कीमती माने जाते हैं
करने का शौककुछ लोगों को इन सिक्कों को कलेक्ट करने का शौक होता है। ऐसे लोग पुराने सिक्कों को ऊंची कीमतों पर खरीद लेते हैं