इंडियन रेलवे पूरी दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है। भारत में रेल नेटवर्क से जुड़े कुछ टर्म्स हैं, जैसे- जंक्शन, टर्मिनल और सेंट्रल आदि, जो स्टेशन्स की कैटेगरी हैं। आइए जानें इनमें अंतर क्या है।
सेंट्रल स्टेशन नाम किसी पुराने शहर या प्रमुख स्टेशन के लिए संबंधित किया गया है। ऐसा स्टेशन पूरे शहर के ट्रांसपोर्ट का साधन होता है।
अन्य रेलवे स्टेशन की अपेक्षा सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ज्यादा सेवाएं मिलती हैं और एरिया में भी काफी बड़े होते हैं। ऐसे स्टेशन काफी व्यस्त भी होते हैं।
जंक्शन वो रेलवे स्टेशन होता है, जहां से दो या उससे अधिक रूट निकलते हैं। यानी कि ऐसे ट्रेन कम से कम एक-साथ दो रूट से आ-जा सकती है।
ऐसे रेलवे स्टेशन से दो शहर जुड़ा होता है। कई जंक्शन में 2 से अधिक, जैसे मथुरा में 7 रूट हैं, वहीं विजयवाड़ा और बरेली जंक्शन में 5 रूट हैं।
टर्मिनल को टर्मिनस भी कहते हैं। ऐसे रेलवे स्टेशन के आगे कोई रेलवे लाइन नही होती है, जैसे- आंनद विहार टर्मिनल। ऐसे रेलवे स्टेशन से ट्रेनें आगे नहीं जाती हैं।
टर्मिनल से ट्रेन के जाने का सिर्फ एक रूट होता है। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, मुंबई का सबसे पुराना रेलवे स्टेशन भी इसी में आता है।
रेलवे के इन कैटेगरी में जो रेलवे स्टेशन न आए, उसे रेलवे स्टेशन कहते हैं। ऐसे स्टेशन की कोई अलग पहचान नहीं होती है। आपको बता दें कि भारत में 8 हजार से भी ज्यादा रेलवे स्टेशन हैं।
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