हर 3 महीने में अपने जरूरी आईडी के पासवर्ड बदलते रहें। ऐसे में यदि आपका कोई पासवर्ड कॉम्प्रोमाइज्ड हुआ भी होगा, तो आप ऑनलाइन ठगी के शिकार होने से बच जाएंगे।
कोशिश करें कि हर आईडी का पासवर्ड मजबूत हो, लेकिन ऑनलाइन बैंकिंग के लिए हमेशा एक मजबूत पासवर्ड क्रिएट करें जिसे कोई भी आसानी से कैच न कर पाए।
साइबर कैफे, दोस्त के लैपटॉप या फिर किसी भी थर्ड पार्टी सिस्टम पर अपनी पर्सनल डिटेल्स लॉन-इन न करें। न ही अपने बैंक डिटेल्स पब्लिक लैपटॉप पर सेव करें।
स्पैम लिंक अजीबो-गरीब कोड के साथ आते हैं। अगर आपको कोई ऐसा ही संदेहजनक लिंक प्राप्त होता है, तो उस पर भूलकर भी क्लिक न करें।
स्कैमर्स अक्सर ठगी के लिए फेक वेबसाइट बना लेते हैं। ऐसे में हमेशा ओरजिनल ऑथराइज्ड वेबसाइट से ही शॉपिंग करें।
Google Play Store व App Store पर कई ऐप्स डाउनलोड के लिए उपलब्ध होगी। अपने डिवाइस को सुरक्षित रखने के लिए हमेशा वेरिफाइड ऐप को ही इंस्टॉल करें।
कई ऐप्स काम शुरू करने से पहले आपके फोन का एक्सेस मांगती है, जिसमें कॉन्टेंट, मीडिया फाइल्स व कैमरा आदि शामिल होता है। ऐसे में ऐप्स को हमेशा एक्सेस देते हुए हमेशा वन टाइम वाला ऑप्शन चुनें।
हैकर्स ब्लूटूथ के जरिए आपका डिवाइस हैक कर सकते हैं। ऐसे में जब ब्लूटूथ की जरूरत न हो उसे ऑफ ही रखें, खासतौर पर पब्लिक क्षेत्रों में।
किसी भी संदेहजनक कॉल, मैसेज या फिर मेल के जवाब में अपने मोबाइल नंबर पर आया OTP बिल्कुल शेयर न करें। ओटीपी शेयर कर आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है।
अक्सर स्कैमर्स लोगों को निशाना बनाने के लिए स्पेशल नंबर से कॉल, मैसेज व मेल करते हैं। इस तरह के सभी कॉल्स, मैसेज व ईमेल से आपको हमेशा बचकर रहना चाहिए।