शाहजहां मुगल साम्राज्य में 5वें बादशाह थे। उनके शासन काल को गोल्डन पीरियड कहा जाता है। मुमताज महल उनकी 13वीं बेगम थीं, जिनकी याद में उन्होंने ताजमहल बनवाया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर उनकी मौत कैसे हुई थी -
कहा जाता है कि मुमताज महल की मौत बेहद ही खौफनाक और खतरनाक तरीके से हुई थी।
शाहजहां सैनिक अभियान के लिए मुमताज को अपने साथ आगरा से 787 कि.मी. दूर लेकर गए थे, जिसका असर उनके गर्भ पर पड़ा।
इतिहासकारों का मानना है कि जब मुमताज को आगरा से दूर ले जाया जा रहा था, तब उनका 8वां महीना चल रहा था।
ऐसा कहा जाता है कि मुमताज को अचानक ही बुरहानपुर में दिक्कत होनी शुरू हो गई, जिसके बाद वे मौत के द्वार तक पहुंच गई।
मुमताज ने मौत से पहले शाहजहां से एक वचन लिया था कि उनके लिए ऐसा मकबरा बनाया जाए, जो बेहद ही अलग हो।
वचन लेने के तुरंत बाद ही मुमताज महल की मौत हो गई, जिसके बाद शाहजहां बिल्कुल टूट से गए।
शाहजहां की बेगम मुमताज महल की मौत 17 जून 1631 को 14वें बच्चे को जन्म देते समय हुई थी।
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आखिर मुमताज महल की मौत कैसे हुई, तो यहां जान सकते हैं। स्टोरी अच्छी लगी हो तो लाइक और शेयर करें