हनुमान जयंती हिंदू धर्म के मुख्य त्योहारों में से एक है। इसे हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन हनुमान जयंती के लिए व्रत रखा जाता है। ऐसे में आइए, ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ. राधाकांत वत्स से हनुमान जयंती की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में जानते हैं -
इस साल चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि का शुभारंभ 5 अप्रैल को सुबह 9 बजकर 19 मिनट से होगा। इसका समापन 6 अप्रैल को सुबह 10 बजकर 4 मिनट पर होगा। हनुमान जयंती 6 अप्रैल को मनाई जाएगी।
इस दिन बजरंगबली की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 6 मिनट से शुरू होगा और उसी सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर संपन्न होगा।
हनुमान जयंती के दिन अभिजित मुहूर्त 6 अप्रैल को दोपहर 12 बजकर 2 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक रहेगा।
इस दिन राम भक्त हनुमान जी की पूजा के साथ-साथ अनुष्ठान, मंत्र जाप और शोभा यात्रा निकालने का भी विधान होता है।
माना जाता है कि हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली की पूजा से संकट मोचन अपने भक्तों के सभी संकट हर लेते हैं और अपने भक्तों को सुखी जीवन प्रदान करते हैं।
हनुमान जी शिव पुराण के अनुसार, हनुमान जी शिवजी के 11वें अवतार माने जाते हैं। इस दिन हनुमान जी की पूजा से शिव जी की कृपा और असीम महिमा प्राप्त होती है।
इस दिन जल्दी उठकर स्नान करके साफ वस्त्र पहनकर हनुमान जी का ध्यान करें। उन पर आम के पत्ते से जल छिड़कें और सिंदूर अर्पित करें और लाल पु्ष्प चढ़ाएं।
इसके अलावा अक्षत्, पान का बीड़ा, मोतीचूर के लड्डू, लाल लंगोट अर्पित करके चालीसा का पाठ करें और भोग में हलवा चढ़ाएं। अंत में उनकी जाप और आरती करें।