सनातन धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है एक आता है तो दूसरा जाता है अभी भाद्रपद मास चल रहा है और इस महीने गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। जो श्री गणेश को समर्पित हैं।
पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी का आरंभ 18 सितंबर को 12 बजकर 40 मिनट से हो रहा है और 19 सितंबर को दोपहर 1 बजकर 45 मिनट पर सप्ताह हो जाएगा। उदया तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी 19 सितंबर को मनाई जाएगी।
शास्त्र अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को ही भगवान श्री गणेश का जन्म हुआ था जिसे गणेश जन्मोत्सव या गणेश चतुर्थी के नाम से जाना जाता है।
इस पावन दिन पर भक्त भगवान श्री गणेश की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान की अपार कृपा प्राप्त होती है।
गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे दस दिनों तक चलता है जिसमें श्री गणेश धरती पर आकर अपने भक्तों के दुख संकट को दूर करते हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते है।
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 40 मिनट से शुरू हो रही है और 19 सितंबर को 1 बजकर 45 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में गणेश प्रतिमा की स्थापना 19 सितंबर को शुभ मुहूर्त में की जाएगी।
19 सितंबर को सुबह 9 बजकर 30 मिनट से 11 बजे तक पहला शुभ मुहूर्त हैं दूसरा शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 25 मिनट से दोपहर 2 बजे तक रहेगा।
गणेश प्रतिमा की स्थापना का मुहूर्त 19 सितंबर को 10 बजे से 11 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा दूसरा मुहूर्त दोपहर 12 बजे से 1 बजकर 20 मिनट तक होने वाला है।
गणेश चतुर्थी के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान की विधिवत पूजा करें उन्हें दूर्वा अर्पित कर मोदक का भोग लगाएं और आरती करें। पूरे दस दिनों तक प्रतिदिन गणेश जी की पूजा नियम अनुसार करें।