कोटा में हर साल आते 2 लाख बच्चे कोटा में हर साल देश भर से करीब दो लाख से ज्यादा बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना लेकर आते हैं। कोटा का कोचिंग हब इतना विशाल हो गया है कि देश के कई बड़े शहरों को पछाड़ दिया है।
कोटा में छात्र क्यों कर रहे सुसाइड पिछले कुछ दिनों से कोटा में लगातार चल रहे सुसाइड और मिसिंग मामलों को लेकर यह शहर बदनाम भी हो रहा है। लेकिन इस बीच कोटा से जो खबर आ रही है वह शॉक करने वाली है।
3 छात्रों के लिए कोटा पुलिस ने पूरी ताकत लगाई कोटा के इतिहास में पहली बार कोटा की एसपी अमृता दुहान ने कुछ लापता बच्चों को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। कोट लापता 3 छात्रों के लिए पुलिस ने पूरी ताकत लगी, लेकिन वे मिले नहीं
जानिए कोटा एसपी ने रखा कितना इनाम इन लापता बच्चों के लिए कोटा एसपी ने इन पर इनाम रखा गया है। बच्चों के बारे में जानकारी देने वालों को एसपी खुद इनाम देंगी। जो इनके बारे में बताएगा पुलिस उनको 20-20 हजार रुपए देगी।
कोटा से गायब हुए हैं यह तीन बच्चे कोटा एसपी ने कहा कि तीन लापता छात्रों की मिसिंग दर्ज है। इन बच्चों में उत्तराखंड के उधम सिंह उमेश राजवाल, प्रतीक भास्कर और बांसवाड़ा जिले का रहने वाला कृष्णा चांवड़ा. शामिल हैं।
यह पहला मौका जब मिसिंग बच्चों पर इनाम लेडी महिला अफसर अमृता दुहान का कहना है कि यह तीन बच्चे 2016 से लेकर 2019 के बीच में लापता हुए हैं। बता दें कि यह पहला मौका जब मिसिंग बच्चों पर इनाम रखा गया है
अपने छात्र जीवन का जिक्र करते हुए कोटा की नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने कहा कि मैं भी इस मानसिकता से गुजरी हूं, जब मेडिकल की तैयारी कर रही थी. माता-पिता पर भी स्ट्रेस और दबाव रहता है,
उन्होंने कहा कि कोटा में चाकू बाजी की घटनाएं होना प्राचीन काल से है, लेकिन इन्हें किस तरह से रोका जा सकता है, इस पर भी प्रयास किया जाएगा. नशे के सवाल पर अमृता दुहन ने कहा कि नशा सभी के लिए खराब है और एक बार नशा करने से एक परिवार खत्म हो जाता है.