राजस्थान का ऐसा रहस्यमई किला जहाँ दफ़न है पुराना खजाना ,वायरल वीडियो में जाने इसका अनसुना रहस्य

ट्रेवल न्यूज़ डेस्क,राजस्थान के लगभग हर शहर में आपको फोर्ट, पैलेस, हवेली जैसी कई खूबसूरत ऐतिहासिक जगहें दिख जाएंगी। ये राज्य भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में काफी प्रसिद्ध है, यहां आपको स्थानीय लोगों के साथ-साथ अंग्रेज भी घूमते हुए दिख जाएंगे। प्राचीन काल से लेकर मध्यकाल में निर्मित यहां का हवा महल, जैसलमेर फोर्ट, आगरा फोर्ट, एम्बर पैलेस, आमेर फोर्ट, जोधपुर फोर्ट, उदयपुर फोर्ट आदि हजारों फोर्ट्स बहुत फेमस है। राजस्थान के ऐतिहासिक शहर जयपुर में भी काफी फोर्ट हैं, जिनसे जुड़ी कहानियां बेहद दिलचस्प हैं। आज हम आपको एक ऐसे किले के बारे में बताने वाले हैं, जिससे कई रोचक तथ्य जुड़े हुए हैं। जी हां, यहां का जयगढ़ फोर्ट अपने में ही बेहद खास है और यहां के कई किस्सों को सुनने के बाद आपका भी यकीनन जयपुर घूमने का मन कर जाएगा।
जयगढ़ किले के बारे में
15वीं और 18वीं सदी के बीच बना जयगढ़ किला पर्यटकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र है। आपको बता दें, इस किले को 'विजय किले' के रूप में भी जाना जाता है, किले की संरचना और निर्माण आपको मध्यकालीन भारत की झलक देगी। उस समय किला खजाने की रक्षा करने के लिए जाना जाता था, यही नहीं आमेर की रक्षा प्रणाली के रूप में भी इस किले का इस्तेमाल किया जाता था। जयगढ़ फोर्ट को 1726 ईस्वी में सावन जय सिंह द्वितीय द्वारा बनाया गया था, जो समुद्र तल से कई सौ फीट ऊपर है। ये किला लगभग विशाल दीवारों से घिरा हुआ है। ऐसा माना जाता है कि किला जयपुर के सबसे मजबूत स्मारकों में से एक है।
यहां की विशाल दीवारें
आप आमेर किले में कहीं भी हो, जयगढ़ फोर्ट की एक खासियत ये है कि आप यहां की बड़ी-बड़ी दीवारों को कहीं से भी देख सकते हैं। दीवारों का कोई अंत नहीं है, दूर-दूर तक इसकी विशाल दीवारों को देखा जा सकता है। ये मूल रूप से बलुआ पत्थरों से बनी हैं और 3 किमी के क्षेत्र को कवर करती हैं।
जयवाना तोप
ये दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी पहिया वाली तोप है, जिसे आप जयगढ़ किले में देख सकते हैं। किले में ही तोप का निर्माण किया गया था। लेकिन दिलचस्प और हैरत वाली बात तो ये है कि ये तोप चाहे कितनी भी बड़ी क्यों नहीं है, उस समय लड़ाई के दौरान इस तोप का कभी इस्तेमाल नहीं किया गया।
जयगढ़ किला और इंदिरा गांधी के साथ इसका संबंध
अपने सुनहरे दिनों के दौरान, ये किला आमेर फोर्ट की रक्षा के रूप में खड़ा था, लेकिन उस दौरान ये फोर्ट अपनी कुछ रोचक चीजों के लिए फेमस हुआ था, जिसे कई लोग अफवाह भी मानते हैं। 1977 में आपातकाल के दौरान, ये किला राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भी काफी रहा था। उस समय एक ऐसी सूचना फैली थी कि इस किले की टंकियों और परिसर में भारी मात्रा में खजाना छिपा हुआ है। ये सुनने के बाद तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी ने तलाशी अभियान शुरू करवाया। उस दौरान गायत्री देवी जेल में थीं और इंदिरा गांधी को भी वो समय खजाना ढुंढवाने के लिए सही समझा। लेकिन ये बहस अभी भी बनी हुई है कि क्या इंदिरा गांधी को खजाना मिला था या तलाशी अभियान व्यर्थ रहा था।
फोर्ट में घूमने का समय
राजस्थान में पूरे साल काफी गर्मी पड़ती है, मतलब आप यहां के शहरों में तो गर्मियों एम् बिल्कुल भी नहीं घूम सकते। लेकिन ठंड के दिनों में आपको यहां घूमने में काफ मजा आएगा। नवंबर से लेकर फरवरी के बीच कभी घूमने का सबसे अच्छा समय है। जयपुर में आप हवा महल, आमेर फोर्ट, सिटी पैलेस जैसी जगहों पर घूम सकते हैं।
जयपुर में खाने के लिए बेस्ट जगह
राजस्थानी खाने का मजा लेना है तो जयपुर में कई रेस्टोरेंट हैं, जहां आप यहां के शाही खाने का मजा ले सकते हैं, जैसे चोखी ढाणी विलेज, हांडी में लाल मांस, लस्सीवाला पर लस्सी टेस्ट करें, बलूची रेस्टोरेंट में दाल बलूची का मजा लें, रावत रेस्टोरेंट में प्याज कचोरी, निरोस में चिकन लॉलीपॉप, संजय ऑमलेट पर ऑमलेट खा सकते हैं।
कैसे पहुंचा जाए जयगढ़ फोर्ट
जयगढ़ किले तक पहुंचने के लिए आप जयपुर शहर से निजी या सरकारी बसें किराए पर ले सकते हैं। आप जयपुर से कैब या टैक्सियों के जरिए भी किले तक पहुंच सकते हैं।