सावन में कांवड़ यात्रा के बीच सपा सांसद इकरा हसन का वायरल वीडियो बना सौहार्द का संदेश
सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। लाखों शिवभक्त हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर, वाराणसी, प्रयागराज जैसे स्थानों से पैदल गंगाजल लेकर निकल पड़े हैं। जगह-जगह उनकी सेवा और स्वागत किया जा रहा है। इसी बीच, समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें वह भगवा दुपट्टा ओढ़कर भक्तों को प्रसाद बांटती नजर आ रही हैं।
दरअसल, सपा सांसद कांवड़ियों के लिए बनाए गए एक शिविर में पहुंची थीं। वहां शिविर संचालकों ने सांसद को भगवा रंग का पटका पहनाकर सम्मानित किया। इसके बाद इकरा हसन उसी भगवा पटका को पहनकर प्रसाद बांटती रहीं। जिसका वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया। शिवभक्तों की सेवा और प्रसाद बांटने के बाद सपा सांसद ने कहा कि यह हमारे देश की साझी संस्कृति है। इसे बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
इकरा हसन का कांवड़ियों की सेवा करने का वीडियो देखकर सोशल मीडिया पर लोगों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर ने लिखा, 'धर्म से इंसानियत होती है, यही इकरा जी ने कर दिखाया।' एक अन्य ने कहा, 'यह वीडियो बताता है कि जब सब साथ मिलकर चलते हैं तो देश कितना खूबसूरत लगता है।'
सपा-कांग्रेस ने इस फैसले का विरोध किया
यह वीडियो ऐसे समय में सामने आया है जब यूपी में कांवड़ यात्रा से जुड़े कुछ निर्देशों को लेकर विवाद चल रहा है। खासकर योगी सरकार द्वारा ढाबों के मुस्लिम संचालकों को नेम प्लेट पर अपना नाम स्पष्ट रूप से लिखने के आदेश के बाद, चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था। सपा ने इसका विरोध किया था। समाजवादी पार्टी के नेता और मुरादाबाद से पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने इस मामले पर ऐसा बयान दिया था कि बवाल मच गया था।
एसटी हसन ने ऐसा करने वालों की तुलना पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों से की। उन्होंने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की राजनीति हमेशा से हिंदू-मुस्लिम के नाम पर बांटने की रही है। उनके अनुसार, नेम प्लेट का यह नियम लोगों में 'डर और नफरत फैलाने' का एक तरीका है। हसन ने यह भी कहा कि अगर कोई अपनी धार्मिक पहचान बताना चाहता है तो ठीक है, लेकिन उससे जबरन उसका धर्म पूछना गलत है।
वहीं, सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा था कि यह नफरत का नहीं, बल्कि प्यार का देश है। उन्होंने पिछली बार भी कोशिश की थी, लेकिन पिछली बार भी लोगों ने उनकी कोशिशों को नाकाम कर दिया था, इस बार भी नाकामयाब रहेंगे। कांग्रेस सांसद ने इससे पहले भी कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में और सनसनी फैलाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। वह खुद कांवड़ शिविरों में सेवा कार्य करते रहे हैं।

