Moradabad FIR लिखाने गए तो दूसरे बेटे को भी मार देंगे, मौत के लाइव वीडियो के बावजूद मुरादाबाद पुलिस ने नहीं लिया एक्शनर
दंगल में जान गंवाने वाले पहलवान महेश के बड़े भाई विक्की ने बताया कि शनिवार को दंगल के आयोजक और फरीदनगर के प्रधान समेत करीब 20-25 लोग उनके घर गंगापुर पहुंचे। विक्की के मुताबिक उस समय वह और उनके पिता काम पर गए थे। घर पर उनकी मां पार्वती, भाभी और बहन थी। दबंगों ने मामले में फैसला करने का दबाव डाला। इंकार करने पर धमकी दी कि थाने में रिपोर्ट लिखाने गए तो दूसरे बेटे को भी मार देंगे। विक्की का आरोप है कि उनके घर पहुंचने वालों में उनके गांव गंगापुर का प्रधान और फरीदनगर का प्रधान भी शामिल थे।
मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र में फरीद नगर गाव में हुए दंगल के मामले में जिले के आला पुलिस प्रशासनिक अफसर भी कठघरे में खड़े हैं। 2 सितंबर को इस दंगल का आयोजन बिना अनुमति के हुआ था। कोविड के मद्देनजर ऐसे आयोजनों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। दंगल में न तो प्रशक्षित रेफरी था न ही वहां डाक्टर आदि की व्यवस्था थी। जहां दंगल हुआ वहां नौमी का मेला भी था। ऐसे में यह मानने की कोई वजह नहीं है कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन को इस दंगल की जानकारी नहीं थी। पुलिस - प्रशासनिक अफसरों की लापरवाही से युवक की जान चली गई। लेकिन आला अफसरशाही ने अभी तक इसमें किसी की जिम्मेदारी तय नहीं की है। उल्टा मामले को दफन करने की कोशिशें की जा रही हैं।