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Moradabad 

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Moradabad जेल की बैरक में गोबर से लक्ष्मी - गणेश की मूर्तियां बना रहीं महिला बंदी

After Smriti Mandhana, Harmanpreet Kaur, Shefali Verma also did away with The Hundred, due to which the Indian opener left

उत्तर प्रदेश न्यूज़ डेस्क !!!मुरादाबाद जिला जेल की महिला बैरक में करीब 20 महिला बंदियों ने अपने हुनर का लोहा मनवाया है। महिला बंदी गाय के गोबर से लक्ष्मी गणेश की आकर्षक मूर्तियों के साथ ही दीपक, अगरबत्ती और कई अन्य चीजें बना रही हैं।मीडिया रिपेार्ट के अनुसार ,इन आकर्षक प्रतिमाओं के खरीदार घरेलू बाजार में तो हैं ही, अमेजन जैसी कंपनियों ने भी मूर्तियों के लिए ऑर्डर दिया है। अमेजन से ऑर्डर मिलने के बाद जेल प्रशासन उत्साहित है।सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि सीनियर जेल सुपरिटेंडेंट डॉ.वीरेश राज शर्मा का कहना है कि अमेजन की ओर से ऑर्डर मिलने के बाद इस काम में जुटी महिला बंदी उत्साहित हैं।

सीनियर जेल सुपरिंटेंडेंट डॉ. वीरेश राज शर्मा ने बताया कि जिला जेल की महिला बैरक की करीब 20 बंदी मूर्ति निर्माण के काम में लगी हैं। इनमें मुस्लिम महिला बंदी भी हैं। उन्होंने बताया कि जेल में अलग - अगल मामलों में बंद रानी, पायल, रेनू, सत्यवती, दामिनी, मंजू, मोमीना, सोनम, कमरजहां, खुशमिना, सबीना आदि गाय के गोबर से मूर्तियां बनाने का काम कर रही हैं।खबरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है किवरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में महिला बंदी गाय के गोबर से लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों के साथ ही दीपक, अगरबत्ती, धूपबत्ती आदि भी बना रही हैं। इससे बंदियों को दो फायदे हैं। एक तो उनका समय सकारात्मक कार्य में लग रहा है दूसरा मूर्तियों की बिक्री से आने वाले पैसे उनके खातों में जा रहे हैं। इससे बंदियों को आर्थिक मदद हो रही है।इसके आगे  बताया जा रहा है कि,सीनियर जेल सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि दिविज्ञा केयर वेलनेस फाउंडेशन की मदद से जेल में मूर्ति निर्माण का कार्य शुरू किया गया था। धीरे - धीरे बंदियों का हुनर रंग दिखाता गया। महिला बंदियों का हुनर सलाखों से बाहर पहुंचा तो अमेजन जैसी कंपनियों से भी प्रतिमाओं के आर्डर आने लगे।

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