देवरिया में युवक ने फिल्मी अंदाज में युवती को आत्महत्या से बचाया, इलाके में उमड़ी राहत की लहर
त्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक दिल छू लेने वाली घटना सामने आई है, जिसने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया। जिले के एक पुल के पिलर पर बैठी एक युवती आत्महत्या करने जा रही थी, लेकिन एक युवक की सूझबूझ और साहस ने उसकी जान बचा ली। यह घटना किसी फिल्मी दृश्य से कम नहीं थी और इसके बाद युवती की सुरक्षा सुनिश्चित की गई।
जानकारी के अनुसार, युवती पुल के पिलर पर बैठकर गहरी नदी में छलांग लगाने का मन बना चुकी थी। वह लगातार रो-रोकर आत्महत्या की बातें कर रही थी और किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थी। युवती की इस स्थिति को देखकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए और देखते ही देखते मौके पर भारी भीड़ जुट गई। भीड़ के बढ़ने के कारण स्थिति और तनावपूर्ण हो गई थी।
इस मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने युवती को समझाने और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन युवती किसी भी तरह की बात मानने को तैयार नहीं थी। इसी बीच भीड़ में मौजूद एक युवक ने साहस दिखाया और युवती तक पहुँचकर उसे संभालने का प्रयास किया। युवक ने बड़ी सावधानी और धैर्य के साथ उसे पुल से नीचे उतारा, जिससे उसकी जान सुरक्षित रह गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि युवक की यह बहादुरी और सूझबूझ ही युवती की जान बचाने में निर्णायक साबित हुई। उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में आम लोग ही कई बार सही समय पर सही कदम उठाकर जीवन रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। स्थानीय लोग भी युवक की इस वीरता की जमकर सराहना कर रहे हैं और उसे हीरो की उपाधि दे रहे हैं।
युवती को पुलिस सुरक्षित स्थान पर ले गई और प्रारंभिक काउंसलिंग की गई। पुलिस ने युवती के परिवार को घटना की जानकारी दी और उसके मानसिक स्थिति का आकलन करने के बाद उसे परिजनों के हवाले कर दिया। शुरुआती पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ कि युवती पारिवारिक और मानसिक तनाव से गुजर रही थी, जिससे उसने आत्महत्या करने का विचार किया।
विशेषज्ञों का मानना है कि युवाओं के बीच मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना अत्यंत जरूरी है। ऐसे तनावपूर्ण हालात में परिवार और समाज का सहयोग बच्चों और किशोरों के लिए जीवनरक्षक साबित हो सकता है। पुलिस प्रशासन ने भी लोगों से अपील की है कि यदि आसपास कोई व्यक्ति अवसाद या मानसिक तनाव में नजर आए तो तुरंत उसकी मदद करें और उचित अधिकारियों को सूचित करें।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि थोड़ी साहसिक पहल और मानवता किसी की जान बचा सकती है। देवरिया जिले का यह युवक अब स्थानीय समुदाय में एक प्रेरक उदाहरण बन गया है। पूरे क्षेत्र में इस घटना के बाद राहत और खुशी की लहर दौड़ गई, और लोगों ने युवक की बहादुरी को सराहा।
स्थानीय प्रशासन ने भी कहा कि ऐसे घटनाओं में जनता का सहयोग अत्यंत आवश्यक है और उन्होंने आगे इस तरह के मामलों में समय पर कार्रवाई और जागरूकता फैलाने की योजना बनाई है। यह घटना न केवल युवती के लिए जीवनदायिनी साबित हुई, बल्कि समाज के लिए भी चेतावनी और प्रेरणा दोनों का स्रोत बन गई है।

