अवैध धर्मांतरण की साजिश में बड़ा खुलासा, छांगुर ने देवीपाटन मंडल को बनाया था केंद्र, जमीन खरीद की थी तैयारी
उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के नेटवर्क को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। मुख्य साजिशकर्ता जमालुद्दीन उर्फ छांगुर ने प्रदेश के प्रमुख जिलों में धर्मांतरण का अड्डा बनाने के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार की थी। इसके तहत वह देवीपाटन मंडल को केंद्र बनाकर वहां जमीनों की खरीद-फरोख्त के लिए एक विशेष टीम का गठन कर चुका था।
एटीएस (एंटी टेररिज्म स्क्वाड) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की संयुक्त जांच में यह साजिश सामने आई है। छांगुर न सिर्फ धार्मिक रूपांतरण का नेटवर्क फैला रहा था, बल्कि इसके लिए जमीनें खरीदकर स्थायी ठिकाने बनाने की योजना पर काम कर रहा था।
जांच एजेंसियों ने छांगुर के 13 करीबियों के नाम और पते की सूची तैयार कर प्रदेश के सभी रजिस्ट्री कार्यालयों को भेज दी है। इन नामों से प्रदेशभर में हुई जमीनों की रजिस्ट्री और बैनामों का ब्योरा मांगा गया है। आशंका जताई जा रही है कि ये जमीनें धर्मांतरण के कार्य को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से खरीदी गई थीं।
मुख्य बिंदु:
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जमालुद्दीन उर्फ छांगुर ने अवैध धर्मांतरण का नेटवर्क फैलाने के लिए देवीपाटन मंडल को चुना
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जमीन खरीदने के लिए टीम बनाई, रणनीति के तहत प्रमुख जिलों को टारगेट किया
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एटीएस और ईडी की जांच में खुलासा, 13 करीबियों की सूची तैयार
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सभी रजिस्ट्री कार्यालयों को नामों और पतों की सूची भेजी गई
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बैनामा विवरण की जांच तेज, जमीनों के स्रोत और उद्देश्य की होगी गहन पड़ताल

