बांदा के डीएम आनंद कुमार सिंह और एसपी महेंद्र प्रताप सिंह पर खनन माफियाओं का साथ देने का आरोप लगा है। STF की जांच में दोनों की मिलीभगत सामने आई है। STF की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि एएसपी महेंन्द्र प्रताप चौहान बांदा के थाना क्षेत्र गिरवा, नरैनी में मध्य प्रदेश से खनन होकर आने वाली मौरंग की गाडि़यों को पास करवाने में शामिल थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि,फिलहाल शासन ने पीएसी सीतापुर में तैनात लक्ष्मी निवास मिश्र को उनके स्थान पर एएसपी बांदा की तैनाती दी है।
बांदा में तैनात हुए नए डीएम अनुराग पटेल भी विवादों में रह चुके हैं। अनुराग पटेल का नवंबर 2019 में मिर्जापुर से ट्रांसफर हुआ था। उन्हें लखनऊ में विशेष सचिव कृषि उत्पादन नियुक्त किया गया था। मिर्जापुर में अनुराग पटेल लगभग 15 महीनों तक डीएम थे। इनके ही कार्यकाल में मिर्जापुर में जमालपुर के सियुर प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील में बच्चों का नमक-रोटी खाते हुए का वीडियो सामने आया था। इसके बाद खबर बनाने वाले पत्रकार पर उन्होंने अहरौरा थाने में मुकदमा दर्ज करवा दिया था। मामले में मीडिया में दिए उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी खूब फजीहत हुई थी।