मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सतगुरु समनदास आश्रम दौरा, अनुसूचित जाति के लोगों को साधने की रणनीति

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बुधवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश स्थित सतगुरु समनदास आश्रम में करीब दो घंटे का समय बिताएंगे। यह आश्रम न केवल पश्चिम उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे उत्तर भारत के अनुसूचित जाति के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण आस्थास्थल है। मुख्यमंत्री का यह दौरा खासतौर पर अनुसूचित जाति के लोगों को आकर्षित करने और उनकी आस्था से जुड़ने के लिए अहम माना जा रहा है।
मुख्य मंच पर संतों के साथ बैठेंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दौरे के दौरान मुख्य मंच पर तीर्थ के प्रमुख संतों के साथ बैठेंगे, जबकि राजनीतिक व्यक्तित्वों को मुख्य मंच से दूर रखा जाएगा। यह कदम दर्शाता है कि मुख्यमंत्री इस अवसर पर धार्मिक आस्थाओं को प्राथमिकता देंगे और राजनीतिक जटिलताओं से बचने का प्रयास करेंगे। यह भी माना जा रहा है कि इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री सामाजिक समरसता और धर्मिक एकता की भावना को प्रोत्साहित करेंगे।
अनुसूचित जाति के लोगों के लिए खास संदेश
सतगुरु समनदास आश्रम, जो अनुसूचित जाति के लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है, में मुख्यमंत्री का यह दौरा खास महत्व रखता है। पिछले कुछ समय से उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोट बैंक को साधने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कदम इस दिशा में एक रणनीतिक प्रयास माना जा रहा है, जो आगामी चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हो सकता है।