Karauli 7 फीट ऊंची बल्लियां खड़ी की, इन पर इंसुलेटर लगाकर चालू कर दी 33 केवी लाइन
खतरा : कई स्थानों पर झूल रही है लाइन
बिजली निगम की लापरवाही के कारण इलाके में कई हादसे हो चुके हैं। 16 जनवरी को अरोरा गांव निवासी रूप सिंह मीना की खेत में कार्य करते समय बिजली लाइन टूटकर गिरने से मौत हो गई। 11 फरवरी को कैंमकच्छ निवासी लज्जा राम मीणा की करंट लगने से मौत हो गई।15 अप्रैल को औड निवासी पूरण केवट एवं मल्हापुरा निवासी राधेश्याम हैंडपंप की मरम्मत करते समय करंट की चपेट में आ गए। 15 मई को ग्वारीडाडा निवासी तुलसी राम मीना की लाइन टूटकर गिरने से मौत हो गई। 14 जून को कसेड निवासी मस्तराम मीणा की करंट की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसी तरह कई पशु भी करंट की चपेट में आ चुके हैं।
हादसे : 6 माह में 6 लोगों की मौत हो गई है
बिजली निगम ने लकड़ी की 3 बल्लियों में इन्सुलेंटर बांधकर जमीन में गाढ़ दिया और उसके ऊपर 33 केवी की लाइन खींच दी। टूटे पोल को आड़ा लगाया गया है ताकि बल्लियों को सपोर्ट दिया जा सके और बैलेंस बना रहे। बिजली की लाइन कई खेतों से होकर गुजर रही है। 33 केवी की लाइन जमीन से महज 7 फीट की ऊंचाई पर है। बारिश आते ही बल्लियां भीगने से बिजली सप्लाई बंद हो जाती है। मंडरायल से करणपुर व मंडरायल से पांचौली तथा रोधई से चंदेली व करणपुर से नानपुर की बिजली लाइन भी झूल रही है। लाइन में कोई फॉल्ट आने पर पूरे ग्रिड की सप्लाई बंद हो जाती है।