डीसीपी ने कहा- भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और सीसीटीवी फुटेज को स्कैन करने के बाद पता चला कि टैक्सी-स्विफ्ट डिजायर- जीटी करनाल रोड के रास्ते कश्मीर की ओर जा रही है। जांच में लगी पुलिस टीमों ने तुरंत पीछा किया और बाद में हरियाणा और पंजाब की पुलिस को एक डब्ल्यूटी संदेश भी भेजा गया। पंजाब पुलिस की मदद से टैक्सी को फगवाड़ा में रोक लिया गया और पीड़ित को आरोपियों के चंगुल से सुरक्षित छुड़ा लिया गया। पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि पीड़ित और आरोपी दोनों कारोबारी साझेदार हैं और उनके बीच 55 लाख रुपये का लेन-देन का विवाद है। अधिकारी ने कहा- पीड़ित अपना कर्ज चुकाने की स्थिति में नहीं था। जब पीड़ित ने अपने कर्ज का भुगतान करने का विरोध किया, तो दोनों आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और उसे चुपचाप अपने साथ जम्मू-कश्मीर चलने को कहते हुए कहा अगर उसने बीच में किसी से बात की तो उसकी लाश नहीं मिलेगी। अधिकारी ने कहा, दोनों आरोपी अपहरण के बाद पीड़ित के परिवार के सदस्यों से 55 लाख रुपये वसूलने की योजना बना रहे थे।
--आईएएनएस
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